स्वचालित गियर बॉक्स पर जोर : मारुति सेलेरियो, हुंडई की क्रेटा, वरना, टोयोटा तो इनोवा में भी स्वचालित गियर बॉक्स लेकर आई हैं। इससे ड्राइविंग आसान हो जाती है।
ब्लूटूथ वाले स्टीरियो सिस्टम : ब्लूटूथ वाले स्टीरियो सिस्टम को भी महिलाएं पसंद करती हैं। यही वजह है कि शुरुआती श्रेणी की मारुति ऑल्टो और इग्निस तक में ये सुविधाएं हैं।
स्वचालित वाइपर्स : रियर पार्किंग कैमरा महिलाओं की एक और बड़ी जरूरत है। इसके अलावा कारों पर स्वचालित वाइपर्स अब स्वचालित हेडलैंप की तरह आम हो रहे हैं। बारिश की बूंदे विंड स्क्रीन पर गिरते ही वाइपर्स खुद चलने लग जाते हैं।
क्रूज कंट्रोल तकनीक : कारों में क्रूज कंट्रोल तकनीक का प्रयोग भी बढ़ गया है। इसमें इंजन गति पर खुद नियंत्रण रखता है। जिससे एक्सेलेटर और क्लच के बीच संयोजन रहता है। इससे थकान कम होती है। महिलाओं के लिए यह अच्छा फीचर साबित हो रहा है।
मारुति सुजुकी इंडिया के एमडी और सीईओ केनिची आयुकावा कहते हैं, सच है कि कार कंपनियां अब महिलाओं पर काफी ध्यान दे रही हैं। क्योंकि महिला चालकों की संख्या बढ़ी है। नई इग्निस इसी को देखते हुए लांच की गई है।
क्रूज कंट्रोल तकनीक का इस्तेमाल
कारों में क्रूज कंट्रोल तकनीक का प्रयोग भी बढ़ गया है। इसमें इंजन गति पर खुद नियंत्रण रखता है। जिससे एक्सेलेटर और क्लच के बीच संयोजन रहता है। इससे थकान कम होती है। महिलाओं के लिए यह अच्छा फीचर साबित हो रहा है। क्रूज कंट्रोल अब सी-सेगमेंट कारों में आ गया है। टाटा की अल्ट्रोस, नेक्सन, एचबीएक्स, किआ की सेल्टोस, हुंडई की ओरा, क्रेटा, मारुति की इग्निस तक में सुविधा है।