मुंबई। सज्जन जिंदल की अगुआई वाली जेएसडब्ल्यू स्टील का कर पूर्व एकीकृत लाभ दिसंबर तिमाही में 82 फीसदी की गिरावट के साथ 436 करोड़ रुपये रह गया। उत्पादन में 5 फीसदी की गिरावट के कारण कंपनी को बिक्री से कम रकम मिली, जिसका असर लाभ पर पड़ा। मॉनसून के लंबा खिंचने से डोलवी और विजयनगर संयंत्र में परिचालन प्रभावित हुआ। इस अवधि में शुद्ध बिक्री से मिलने वाली रकम सालाना आधार पर 23 फीसदी घटी। कंपनी का राजस्व पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 12 फीसदी घटकर 17,416 करोड़ रुपये रह गई। दिसंबर तिमाही में हालांकि लागत 15 फीसदी घटी, जिसकी वजह कोकिंग कोल की कीमतों में नरमी थी। लेकिन इससे प्रति टन एबिटा को सहारा नहीं मिला, जो 6,622 रुपये रहा। यह पिछले साल की समान अवधि के 12,224 रुपये के मुकाबले आधा है। क्रमिक आधार पर भी दिसंबर तिमाही में प्रति टन एबिटा सितंबर तिमाही के 7,767 रुपये के मुकाबले कम रहा।
कंपनी का एकीकृत परिचालन एबिटा 2,451 करोड़ रुपये रहा, वहींं एकल परिचालन एबिटा 2,667 रुपये रहा। दिसंबर तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 187 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 88 फीसदी कम है। ब्लूमबर्ग के अनुमान में जेएसडब्ल्यू स्टील का मुनाफा 421 करोड़ रुपये रहने और राजस्व 17,686 करोड़ रुपये रहने की भविष्यवाणी की गई थी। प्रबंधन ने तिमाही में निर्यात में नरमी की सूचना दी क्योंंकि देसी बाजार में री-स्टॉकिंग की मांग ने जोर पकड़ा, जहां क्रमिक आधार पर उपभोग 25 फीसदी सुधरा और खुदरा बिक्री 33 फीसदी बढ़ी जबकि ओईएम की मांग तिमाही दर तिमाही 21 फीसदी बढ़ी। इससे कंपनी को क्रमिक आधार पर अपनी इन्वेंट्री 13 फीसदी कम करने में मदद मिली।
कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 21 के लिए 11,200 करोड़ के पूंजीगत खर्च की योजना पूरी हो जाएगी, लेकिन संयुक्त प्रबंध निदेशक शेषगिरि राव ने कहा, डोलवी संयंत्र के विस्तार में 3-4 महीने की देर होगी। 31 दिसंबर को कंपनी का शुद्ध कर्ज 49,550 करोड़ रुपये था, जो क्रमिक आधार पर 30 आधार अंक कम और सालाना आधार पर 50 आधार अंक कम है।