SECL
SECL

कोरबा (आईपी न्यूज)। कोरबा जिले के एसईसीएल गेवरा प्रोजेक्ट के विभिन्न विभागों में ओवर टाइम का मामला तुल पकड़ रहा है। बताया जा रहा है कि विभागों के अधिकारी कामगारों से ओवर टाइम तो करा रहे हैं, लेकिन जब भुगतान की बारी है तो कटौती कर राशि जारी की जा रही है। इसको लेकर कर्मचारियों में प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। ईएण्डएम बैकअप सेक्शन के कामगारों ने तो ओटी के भुगतान को लेकर मोर्चा खोल दिया है। जीएम को पत्र सौंप बगैर कटौती पूरा भुगतान करने की मांग रखी है। कामगारों ने यह भी कहा है कि यदि ओटी का पूरा भुगतान नहीं किया जा सकता है तो इस व्यवस्था का बंद कर दिया जाए। यहां बताना होगा कि माहवार ओवर टाइम के बजट का आबंटन होता है। गेवरा प्रोजेक्ट को नवम्बर के लिए लगभग 30 हजार घण्टे ओटी का आबंटन हुआ है। इसके अनुसार परियोजना जीएम द्वारा अलग- अलग विभागों को ओटी आबंटित की गई है। विभागवार ओटी के घण्टों का निर्धारण करने के बावजूद विभाग के प्रमुख मनमाने तरीके से कामगारों से काम ले रहे हैं। जब भुगतान की बारी आती है तो ओटी के घण्टों में कटौती कर इसका भुगतान किया जा रहा है।
प्रबंधन कर्मियों को कर रहा परेशान
ओटी का पूरा भुगतान नहीं होने से कर्मी परेशान हो रहे हैं। प्रबंधन को चाहिए कि ओटी के जितने घण्टों का आबंटन है उतना ही ओवर टाइम लिया जाए। इसको लेकर आईआर और प्रबंधन का ध्यान भी कई बार आकृष्ट कराया जा चुका है।
एससी मंसूरी
सचिव, एमएचएस गेवरा प्रोजेक्ट

 

  • Website Designing