नई दिल्ली। सरकार की खोज-सह-चयन समति ने आलोक कुमार गुप्ता को ओएनजीसी विदेशी लि. का प्रमुख चुना है।

मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि समिति ने एक दर्जन से अधिक उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेने के बाद गुप्ता का चयन किया है। वह फिलहाल ओवीएल में निदेशक, परिचालन हैं।

ओवीएल के प्रबंध निदेशक का पद नरेंद्र के वर्मा के 31 जनवरी 2019 को सेवानिवृत्त होने के बाद से खाली है।

कंपनी की वेबसाइट के रिकार्ड के अनुसार पूर्णकालिक प्रमुख के नहीं होने से ओवीएल ने पिछले डेढ़ साल में एक भी अधिग्रहण नहीं किया है।

खोज-सह-चयन समिति में पेट्रोलियम सचिव तरूण कपूर, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के पूर्व चेयरमैन एम ए पठान और लोक उपक्रम चयन बोर्ड (पीएसईबी) के चेयरमैन राजीव कुमार शामिल थे।

समिति ने जिन लोगों का साक्षात्कार लिया, उसमें ओवीएल के निदेशक (वित्त) विवेकानंद और आईएफएस अधिकारी अनुराग भूषण शामिल हैं। भूषण फिलहाल मलावी में भारत के उच्चायुक्त हैं। इसके अलावा कुछ आईएएस अधिकारियों ने भी पद के लिये साक्षत्कार दिये।

सूत्रों ने कहा कि समिति की सिफारिश मंजूरी के लिये प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति के पास जाएगी। पद पर चयनित गुप्ता की सीवीसी (केंद्रीय सतर्कता आयोग) और सीबीआई भी जांच करेगी।

उनका कार्यकाल जून 2022 तक होगा। उस समय वह 60 साल यानी सेवानिवृत्ति उम्र में पहुंच जाएंगे।

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