धनबाद। कोल माइंस इको टूरिज्म के जरिए लोग कोयले की दुनिया का नजारा देख सकेंगे। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) एवं झारखंड सरकार के बीच इसको लेकर एमओयू होने जा रहा है।

जानकारी के अनुसार पहले फेज में बीसीसीएल की तीन अंडरग्राउंड माइंस तेतुलमारी, मुनीडीह का चयन टूरिज्म के लिए किया गया है। बाद में 9 और खदानें इस प्रोजेक्ट में शामिल की जाएंगी। बताया गया है कि पर्यटक डोली के जरिए भूमिगत खदान में प्रवेश करेंगे और मोनोरेल में सवार होकर कोयले की दुनिया का नजारा देखेंगे।

प्रोजेक्ट को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन ने महाप्रबंधक सीएसआर की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति का गठन किया है। यहां बताना होगा कि झारखंड राज्य पर्यटन विभाग के प्रबंध निदेशक ने बीसीसीएल प्रबंधन को पत्र लिखकर भूमिगत खदानों को टूरिजम हब के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया था।

इसके पूर्व 2016 में डब्ल्यूसीएल के नागपुर क्षेत्र के अंतर्गत सवनर माइंस को पर्यटक केन्द्र के रूप में विकसित किया गया था।

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