देश में कोरोना का कहर चरम पर है। केंद्र की मोदी सरकार यह जताने की कोशिश कर रही है कि सबकुछ ठीक है। लेकिन असल में देश में स्थिति कैसी है यह किसी छिपी नहीं है। देश में कोरोना की दस्तक से लेकर अब तक पीएम मोदी कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर दर्जनों बार मास्क लगाने को लेकर जनता से अपील कर चुके हैं, लेकिन आलम यह है कि उनकी पार्टी के नेता और मंत्री ही लगातार उनकी अपील और नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश का है, जहां के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सार्वजनिक कार्यक्रम में बिना मास्क के दिखाई दिए।

हैरानी की बात तो यह है कि इंदौर में एक कार्यक्रम में नरोत्तम मिश्रा से जब मास्क नहीं लगाने की वजह पूछी गई तो उन्होंने बिन झिझक सरेआम कह दिया कि मैं कार्यक्रमों में मास्क नहीं लगाता। उन्होंने कहा कि मैं किसी कार्यक्रम में मास्क नहीं लगाता। उन्होंने कहा कि इसमें क्या होता है, मैं नहीं पहनता। जरा सोचिए जो बीजेपी सरकार पिछले 6 महीने से जनता से मास्क लगाने की अपील कर रही है। जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं पुलिस उनसे जुर्माना वसूल रही है। उसी पुलिस विभाग के मुखिया अगर सार्वजनिक स्थान पर इस तरह की बातें करें तो कोरोना महामारी से लड़ने की मुहिम का क्या होगा? सवाल यह है कि क्या पीएम मोदी की बातें और अपली उन्हीं की पार्टी के नेता और मंत्री नहीं सुनते? ऐसे में आप आम जनता से क्या उम्मीद लगाकर बैठे हैं।

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का यह बयान जब मीडिया की सुर्खियां बनीं तो उनकी नींद टूटी है। आनन फानन में उन्होंने अब मास्क नहीं पहनने को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने कहा, “मास्क नहीं पहनने पर मेरा बयान कानून का उल्लंघन प्रतीत होता है। यह पीएम की भावना के अनुरूप नहीं था। मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं और खेद व्यक्त करता हूं। मैं मास्क पहनूंगा। मैं सभी से मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील करता हूं।”

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