जयपुर। राजस्थान में पायलट और गहलोत खेमों के बीच चल रहे सियासी रण में सोमवार का दिन बेहद अहम रहा। बग़ावती तेवर अपनाए हुए सचिन पायलट ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाक़ात की। कांग्रेस के महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने बयान जारी कर कहा, ‘मुलाक़ात के दौरान पायलट ने अपनी परेशानियों को विस्तार से राहुल गांधी के सामने रखा। इस दौरान खुले मन से बात हुई। सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी और राजस्थान की कांग्रेस सरकार के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’

वेणुगोपाल ने कहा कि इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 3 सदस्यों वाली एक कमेटी गठित करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह कमेटी पायलट और असंतुष्ट विधायकों के द्वारा उठाए गए मुद्दों पर ध्यान देगी और इस विवाद का सही समाधान निकालेगी।

पायलट के मान जाने के बाद बीजेपी ने राजस्थान में अपनी सरकार बनाने के जो मंसूबे पाले हुए थे, वे अब पूरे नहीं हो पाएंगे।

यह घटनाक्रम ऐसे वक्त में बेहद अहम है, जब 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है और गहलोत सरकार इस दौरान विधानसभा में बहुमत साबित करने की तैयारी कर रही है। क्योंकि बीजेपी लगातार यह कह रही है कि गहलोत सरकार अल्पमत में है। लेकिन शायद अब इसकी ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

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