ईपीएफओ ने 20 फरवरी 2021 को, अनंतिम पेरोल आंकड़े जारी किए है। इसके अंतर्गत दिसंबर,2020 के माह में ईपीएफओ के साथ 12.54 लाख नए सदस्य जुड़ गए हैं। नवंबर, 2020 की तुलना इस महीने के नेट सब्सक्राइबर्स में 44% की वृद्धि हुई है। पेरोल डेटा की साल दर साल तुलना करे तो दिसंबर 2020 में 24% की वृद्धि हुई है, जो ग्राहकों के संदर्भ में ईपीएफओ के लिए कोविड से पहले की स्थिति की वापसी प्रदर्शित करता है।
कोविड-19 महामारी होने के बावजूद, ईपीएफओ ने चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में लगभग 53.70 लाख नए सदस्य जोड़े हैं। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध वेतन वृद्धि के मामले में 22% की मजबूत वृद्धि दर्ज की है।
दिसंबर, 2020 में, लगभग 8.04 लाख नए सदस्य ईपीएफओ में शामिल हुए हैं। लगभग 4.5 लाख कुल सदस्य बाहर निकल गए और फिर ईपीएफओ से जुड़ गए, जो ईपीएफओ द्वारा कवर किए गए प्रतिष्ठानों के अंदर सदस्यों द्वारा नौकरियों की अदला-बदली का संकेत देते हैं और सदस्यों द्वारा अंतिम निपटारा का विकल्प चुनने के बजाय फंड के हस्तांतरण के माध्यम से अपनी सदस्यता बरकरार रखने की पुष्टि करते हैं। बाहर निकलने वाले सदस्यों का फिर से इसमें वापस आना इस बात का भी संकेत देता है कि भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में हो रही गिरावट के साथ ही सदस्य अपनी नौकरी पर वापस लौट रहे हैं।
अगर उम्र के आधार पर नए सदस्यों का विश्लेषण किया जाये तो दिसंबर 2020 में सबसे ज्यादा जुड़ने वाले नए सदस्य 22-25 वर्ष के हैं जिसकी संख्या 3.36 लाख है। उसके बाद 18-21 वर्ष के लोग हैं जिनकी संख्या 2.81 लाख है। यह आयु-समूह स्वतंत्रता के एक महत्वपूर्ण चरण को दर्शाता है जो शैक्षणिक शिक्षा, सामाजिक और आर्थिक उत्पादकता के साथ-साथ कमाई की क्षमता के मामले में किसी व्यक्ति की क्षमता के लिए मंच तैयार करता है। 18-25 आयु वर्ग के सदस्यों को श्रम बाजार में नए रोजगार के रूप में देखा जा सकता है और दिसंबर, 2020 में इन नए सदस्यों द्वारा लगभग 49.19% प्रतिशत का योगदान दिया गया है।
राज्यों के पेरोल आंकड़ों की तुलना करने से पता चलता है कि महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक रोजगार रिकवरी चक्र में सबसे आगे बने हुए हैं और इन राज्यों में चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 53.70 लाख में से 29.12 लाख शुद्ध ग्राहक जोड़कर सर्वाधिक बढ़ोत्तरी हुई है।
उद्योग-वार विश्लेषण दर्शाता है कि ‘विशेषज्ञ सेवाओं की श्रेणी (जिसमें मुख्य रूप से मैनपावर एजेंसियां, निजी सुरक्षा एजेंसियां और छोटे ठेकेदार शामिल हैं) सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है। शीर्ष दस उद्योग श्रेणियों में 46.26 लाख कुल पेरोल में से, विशेषज्ञ सेवा श्रेणी ने अप्रैल से दिसंबर, 2020 तक सभी आयु समूहों में 26.94 लाख ग्राहकों का योगदान दिया।
दिसंबर, 2020 के महीने में कुल 8.04 लाख शुद्ध ग्राहक ईपीएफ योजना में शामिल हुए जिसमें कुल 1.83 लाख महिलाएं थीं। नौकरी को लेकर महिलाओं की संख्या में सुधार इस महीने में जारी है क्योंकि नवंबर, 2020 में यह आंकड़ा 1.52 लाख था।
अप्रैल, 2018 से ईपीएफओ सितंबर 2017 की अवधि के पेरोल डेटा जारी कर रहा है। बाहर किए गए सदस्यों का डेटा व्यक्तियों / प्रतिष्ठानों द्वारा प्रस्तुत दावों और नियोक्ताओं द्वारा अपलोड किए गए निकास डेटा पर आधारित है, जबकि नए ग्राहकों की संख्या प्रणाली में उत्पन्न यूनिवर्सल खाता संख्या (यूएएन) पर आधारित है। पेरोल डेटा अनंतिम है क्योंकि डेटा रिकॉर्ड और कर्मचारी रिकॉर्ड का अपडेशन एक सतत प्रक्रिया है।