आसनसोल, 14 जून। ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) की बंद चिनाकुड़ी भूमिगत खदान को एमडीओ (MDO) यानी निजी कंपनी को सौंप दिया गया है।
प्रबंधन ने कहा कि उत्पादन और राजस्व उत्पन्न करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में चिनाकुड़ी भूमिगत खदान को रेवन्यू शेयरिंग के आधार पर मेसर्स इनोवेटिव माइनिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (M/s Innovative Mining Projects Private Limited ) को सौंप दिया गया है।
यह हस्तांतरण ईसीएल के सीएमडी सतीश झा के कार्यालय में नीलाद्रि रॉय, निदेशक (तकनीकी/संचालन), ईसीएल, गिरीश गोपीनाथ नायर, निदेशक (तकनीकी/पी एंड पी), ईसीएल, अभिजीत गंगोपाध्याय, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, सोदपुर क्षेत्र, ईसीएल के साथ-साथ सोदपुर क्षेत्र और मेसर्स इनोवेटिव माइनिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ।
ईसीएल की ओर से गंगोपाध्याय, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, सोदपुर क्षेत्र और एमडीओ की ओर से एस.के. मुखोपाध्याय, मेसर्स इनोवेटिव माइनिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता ने 11 जून, 2025 को हस्तांतरण दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कोल इंडिया लिमिटेड की पहली खदान है जिसे एमडीओ (राजस्व साझाकरण) को सौंपा गया है।