अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन को लेकर जारी विवाद में अब एक नया मोड़ आ गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रस्ट ने अयोध्या में एक ही दिन में दो अलग-अलग कीमतों पर जमीन खरीदी। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक 18 मार्च, 2021 को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में 18.5 करोड़ रुपये और 8 करोड़ रुपये में दो अलग-अलग खरीदारों से क्रमश: 1.208 हेक्टेयर और 1.037 हेक्टेयर जमीन खरीदी।

एक्सप्रेस के मुताबिक, जमीन के दोनों प्लाट हरीश पाठक और कुसुम पाठक के नाम पर थे। नवंबर 2017 में उनके नाम पर एक सेल डीड रजिस्टर की गई थी। 18 मार्च को राम मंदिर ट्रस्ट ने 1.208 हेक्टेयर का बड़ा प्लॉट सुल्तान अंसारी और प्रॉपर्टी डीलर रवि मोहन तिवारी से 18.5 करोड़ रुपये में खरीदा, जिन्होंने इसे पाठकों से 2 करोड़ रुपये में खरीदा था। लेकिन ट्रस्ट ने उसी दिन एक और प्लाट 1.037 हेक्टेयर सीधे हरीश पाठक और कुसुम पाठक से 8 करोड़ रुपये में खरीदा।

इंडियन एक्सप्रेस ने उत्तर प्रदेश (IGRS-UP) वेबसाइट पर उपलब्ध दस्तावेजों से इसकी पुष्टि की, जो दर्शाता है कि ये दो पार्सल गाटा नंबर 242, 243, 244 और 246 में आते हैं। यह प्लाट सितंबर 2019 में हरीश पाठक और कुसुम पाठक और सुल्तान अंसारी सहित नौ अन्य व्यक्तियों के बीच हस्ताक्षरित समझौते का हिस्सा है। इसकी कीमत दो करोड़ रुपये तय की गई थी।

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फेंस में आरोप लगाया था कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने न्यास के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से अयोध्या के बाग बिजैसी गांव में दो करोड़ रुपए कीमत की 1.208 हेक्टेयर जमीन 18.5 करोड़ रुपए में खरीदी।

उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन उन लोगों से खरीदी गई थी, जिन्होंने इसे कुछ मिनटों पहले ही दो करोड़ रुपए में खरीदा था। आप के वरिष्ठ नेता ने मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने की भी मांग की। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक बयान जारी कर सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।

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