नई दिल्ली, 22 जून। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के पूर्व सीएमडी कपिल वधावन, डायरेक्टर धीरज वधावन और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इन पर 17 बैंकों से 34,615 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।

यह सीबाआई के जांच के दायरे में आई अब तक की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई इस मामले के आरोपियों के मुबंई स्थित 12 ठिकानों की तलाशी ले रही है।

मामला दर्ज होने के बाद एजेंसी के 50 से अधिक अधिकारियों की एक टीम आरोपियों के मुबंई स्थित 12 ठिकानों की तलाशी ले रही है। जिसमें अमरेलिस रियल्टर्स के सुधाकर शेट्टी और आठ अन्य बिल्डर भी शामिल हैं।

अधिकारियों ने कहा कि बैंक ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने 2010 और 2018 के बीच कंसोर्टियम से 42,871 करोड़ रुपये की क्रेडिट फैसिलिटी का लाभ उठाया था, लेकिन मई 2019 से उन्होंने लोन पर डिफॉल्ट करना शुरू कर दिया।

जांच एजेंसी ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड, तत्कालीन चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कपिल वधावन, डायरेक्टर धीरज वधावन और रियल्टी क्षेत्र की छह कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

इन पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह के साथ कथित तौर पर 34,615 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।

सीबीआई ने बैंक से 11 फरवरी, 2022 को मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई की . वधावन बंधु कथित भ्रष्टाचार के मामले में फिलहाल सीबीआई जांच के घेरे में हैं।

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