भारतपे के मर्चेंट लॉयल्टी प्रोग्राम को मिली बड़ी कामयाबी

कंपनी के प्रीमियम सदस्यता कार्यक्रम भारतपे क्लब की लॉन्चिंग के केवल 6 महीनों में जुड़े 2 लाख सदस्य, कंपनी ने तय किया जून 2022 तक 1 मिलियन सदस्यों का लक्ष्य

मुम्बई, 24 नवंबर, 2021: भारत की सबसे तेजी से बढ़ती फिनटेक कंपनी भारतपे ने आज घोषणा की कि उसे देश के पहले ‘मर्चेंट ओनली’ लॉयल्टी प्रोग्राम- भारतपे क्लब को लेकर व्यापारियों की ओर से जबरदस्त रेस्पॉन्स मिला है। इस साल की शुरुआत में लॉन्च किए गए भारतपे क्लब के साथ पहले से ही टियर-1, 2 और 3 शहरों और कस्बों के 2 लाख ऑफलाइन मर्चेंट और किराना स्टोर मालिक जुड़ गए हैं। कंपनी भारतपे क्लब को लेकर बेहद उत्साहित है और जून 2022 तक 10 लाख व्यापारियों के सदस्य आधार का निर्माण करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

भारतपे क्लब अपने सदस्यों को अनेक फायदे प्रदान करता है। इनमें शामिल है- व्यवसाय ऋण पर प्रोसेसिंग फीस से पूरी तरह छूट, भारत स्वाइप पर ₹1,000 की छूट, बिल भुगतान पर 20 प्रतिशत की छूट, भारतपे कार्ड पर कैशबैक और प्राथमिकता ग्राहक सेवा। इसके अतिरिक्त, वे भारतपे ब्रांड एंबेसडर द्वारा हस्ताक्षरित विशेष मर्चेंडाइज भी हासिल कर सकते हैं। भारतपे के मर्चेंट पार्टनर सालाना नामांकन शुल्क के रूप में ₹1,000 का भुगतान करके भारतपे क्लब के सदस्य बन सकते हैं, और ₹20,000 तक के फायदे हासिल कर सकते हैं।

भारतपे क्लब ने किराना, खाद्य और पेय, खुदरा, इलेक्ट्रॉनिक्स, डेयरी/ताजा उत्पाद, सेवाएं, चिकित्सा/स्वास्थ्य सेवा, ऑटोमोबाइल, थोक/वितरण, सौंदर्य और कल्याण सहित श्रेणियों में ऑफ़लाइन व्यापारियों के बीच बड़ी सफलता हासिल की है। भारतपे क्लब के शीर्ष शहरों में हैदराबाद, पुणे, बेंगलुरु, दिल्ली, वारंगल, विशाखापत्तनम, करीमनगर, विजयवाड़ा, चेन्नई, मुंबई, इंदौर, गुंटूर और चित्तूर शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि भारतपे क्लब को चुनने वाले अधिकांश व्यापारियों ने किसी किसी मार्केटिंग रणनीति के बिना ही भारतपे क्लब को चुना है। भारतपे क्लब के सदस्यों द्वारा पसंद किए जाने वाले शीर्ष उत्पादों में भारतपे अकाउंट (88 प्रतिशत क्लब सदस्यों द्वारा उपयोग किया जाता है), व्यावसायिक ऋण (26 प्रतिशत सदस्यों ने हासिल किया है) और भारतपे स्वाइप मशीन (26 फीसदी सदस्यों द्वारा चयनित) शामिल हैं।

भारतपे क्लब को मिली इस शानदार कामयाबी के बारे में जानकारी देते हुए भारतपे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुहैल समीर ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, हमारे लिए एक सक्रिय मर्चेन्ट बेस बनाना महत्वपूर्ण हो जाता है और हमें यह भी सुनिश्चित करना होता है कि हम अपने निष्ठावान व्यापारी भागीदारों को कई अतिरिक्त लाभ प्रदान करते रहें। हमने हाल ही में अपने मर्चेंट पार्टनर्स को भारतपे के पार्ट इक्विटी ओनर बनने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से दुनिया का पहला ‘मर्चेंट शेयरहोल्डिंग प्रोग्राम’ (एमएसपी) लॉन्च करने का एलान किया है। इस कार्यक्रम के तहत हम अगले 4 वर्षों के दौरान पात्र व्यापारियों को आवंटित करने के लिए 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक का इक्विटी पूल स्ट्रक्चर तैयार करेंगे।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘भारतपे क्लब को हमारे मर्चेंट पार्टनर्स को सशक्त बनाने और हमारे निष्ठावान व्यापारियों को अतिरिक्त लाभ और कैशबैक के साथ पुरस्कृत करने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया था। पिछले 6 महीनों में हमने देखा है कि बड़ी संख्या में विभिन्न कारोबारों और अलग-अलग स्थानों के कारोबारियों ने इस प्रोडक्ट को तेजी से अपनाया है। भारतपे क्लब ने भी हमारे व्यवसाय के विकास में बहुत योगदान दिया है, क्योंकि इसने हमें विश्वास को कायम करने में मदद की है और बदले में, व्यापारियों को हमारे पोर्टफोलियो से अतिरिक्त उत्पादों का पता लगाने में सक्षम बनाया है। हम 2 लाख सदस्यों वाले एक मजबूत भारतपे क्लब का निर्माण करने में सक्षम हुए हैं और जून 2022 तक 1 मिलियन का आंकड़ा पार करने का लक्ष्य हमने तय किया है। भारतपे क्लब के साथ हम अपने सभी व्यापारियों को सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करने का इरादा रखते हैं, ताकि वे हमारे ब्रांड के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत बना सकें।’’

भारतपे एक मर्चेंट फर्स्ट कंपनी है और ऐसे फिनटेक उत्पाद लॉन्च कर रही है जो ऑफ़लाइन व्यापारियों को अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। कंपनी ने पिछले 18 महीनों में तेजी से विकास किया है और डिजिटल भुगतान तथा ऋण देने के साथ-साथ पीओएस व्यवसाय में कई गुना वृद्धि दर्ज की है। कंपनी वर्तमान में 140 से अधिक शहरों में मौजूद है और आक्रामक रूप से अन्य शहरों में विस्तार कर रही है। कंपनी के बिजनेस लोन भारत के 24 राज्यों में 11,000 पिन कोड में उपलब्ध हैं। भारतपे ने पिछले महीने वार्षिक भुगतान संख्या में 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया था और मार्च, 2023 तक इस आंकड़े को 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने की योजना है। साथ ही, इसने भारत में लाखों एसएमई के बीच क्रेडिट संबंधी फासले को दूर करने के लिए अगले 5 वर्षों में 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लोन बुक बनाने का लक्ष्य रखा है।

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