छत्तीसगढ़ : जंगल बचाने हसदेव के आदिवासियों की अपील रंग लाई देश भर से मिला व्यापक जन समर्थन

देश के 12 राज्यों में हसदेव के जंगलो को बचाने के लिए युवा, महिला, मजदुर और किसान संगठनो ने पोस्टर अभियान चला कर हसदेव के आन्दोलन का समर्थन किया।

रायपुर, 04 मई। हसदेव नदी, जंगल व् पर्यावरण को बचाने, आदिवासीयो की आजीविका, संस्कृति और संविधान को बचाने के लिए हसदेव के आदिवासी पिछले 65 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। हसदेव के आदिवासियों द्वारा दिनांक 2 मई को हसदेव के जंगलो को बचाने के लिए राष्ट्रीय आव्हान किया गया था जिसे आज देश भर में एक व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ।

देश के 12 राज्यों में हसदेव के जंगलो को बचाने के लिए युवा, महिला, मजदुर और किसान संगठनो ने पोस्टर अभियान चला कर हसदेव के आन्दोलन का समर्थन किया।

दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय – 26, अकबर रोड के सामने हसदेव के समर्थन में दिल्ली के युवा साथियों ने हसदेव को नो-गो एरिया घोषित कर संरक्षित करने की अपील की स नागपुर से सेव अजनी वन संगठन के युवाओ ने भी हसदेव के संघर्ष में जुड़ कर अपनी भागीदारी निभाई।

इसी कड़ी में झारखण्ड से खूंटी और मरहू के ग्रामीणों ने भी हसदेव के आंदोलन को समर्थन दिया। उड़ीसा के धिनकिया, छत्तीसगढ़ किसान सभा- कोरबा (छत्तीसगढ़), अरावली बचाओ, श्रमजीवी संगठन मराठवाडा- लातूर (महारष्ट्र), मनरेगा मजदुर यूनियन-प्रयागपुर वाराणसी (उत्तरप्रदेश) दिशा संगठन एवं अवध यूथ कलेक्टिव – जौनपुर (उत्तरप्रदेश), चेन्नई क्लाइमेट एक्शन ग्रुप, आदिवासी चेतना सगठन – ढेंकनाल (उड़ीसा), एन.ए.पी.एम. (दिल्ली), सेव मोल्लेम (गोवा). ह्युमन राइट्स मोनिटरिंग फोरम एवं इनिशिएटिव फाउंडेशन (झारखण्ड) और गाँधी पार्क (फ़ैजाबाद), आदिवासी मुक्ति संगठन व आदिवासी छात्र संगठन (सेधवा), वन पंचायत संघर्ष मोर्चा – बजुपुर एवं भीमताल (उत्तराखंड) के संगठनो द्वारा हसदेव के आव्हान को सफल बनाया स छत्तीसगढ़ के कांकेर में सर्व आदिवासी युवा प्रभाग के युवाओं ने और बलोदाबजार से दलित महिला आदिवासी मोर्चा की महिला कार्यकर्ताओ ने भी पर्यावरण और आदिवासी अधिकारों की सुरक्षा के लिए आज इस अभियान में हिस्सा लिया।

रायपुर स्थित अम्बेडकर चौक में ज़िला किसान संघ राजनांदगाँव, आम आदमी पार्टी, स्थानीय युवाओं एवं समाजसेवी और कलाकार भी हसदेव के समर्थन में एकजुट हुए।

हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक उमेश्वर सिंह अर्मो ने कहा कि आज इस जन भागीदारी से हसदेव के आंदोलन को एक बड़ी सफलता मिली है। आज पूरा देश हमारे आंदोलन में साथ खड़ा है। हम केंद्र और राज्य सरकार से पुनः अपनी मांगो पर जल्द संज्ञान लेने और हसदेव के समृद्ध जंगल को खनन मुक्त कर संरक्षित क्षेत्र घोषित करने हेतु आग्रह करते है। जब तक हमारी सभी मांगो को पूरा नहीं किया जायेगा हम इस आन्दोलन और व्यापक तरीके से आगे बढ़ाएंगे।

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