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महाराष्ट्र में घातक डेल्टा प्लस वेरिएंट के कम से कम 21 मामले सामने आए हैं। इसी के साथ एक नए खतरे की घंटी भी सुनाई दे रही है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इसकी जानकारी दी है। गंभीर चिंता जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को कहा, ” हमें राज्य में अब तक डेल्टा वेरिएंट के 21 मामले मिले हैं।”

ये मुद्दा इसलिए भी गंभीर है क्योंकि स्वास्थ्य मंडल नई सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने को लेकर अब परेशान हो गए हैं।

रत्नागिरी (9) और मुंबई (2) जैसे तटीय जिलों में इन मामलों की अधिकता पाई गई है। इसके अलावा, पालघर, ठाणे और सिंधुदुर्ग जिलों में एक-एक मामलों की पुष्टि की गई है, जबकि जलगांव में सात अन्य मामलों का पता चला है।

डेल्टा प्लस वेरिएंट की घटना म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस की घटना के बिल्कुल बाद शुरू हुई है, जिससे राज्य पिछले कुछ महीनों से जूझ रहा है।

राज्य कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ.उदय कुलकर्णी ने आज आश्वासन दिया कि चिंता की कोई बात नहीं है और इसे नियंत्रित करने के लिए उपचार और अन्य प्रोटोकॉल निर्धारित करने के प्रयास जारी हैं।

अधिकारियों ने कहा कि अब तक राज्य में 7,500 से अधिक परीक्षण हुए हैं और हर जिले से डेल्टा वेरिएंट के नमूने 100 की दर से अधिक एकत्र किए जा रहे हैं।

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