इतिहास की सबसे बड़ी कैश जब्ती, यूपी के कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों से मिले 177.45 करोड़ रुपये

यूपी के कानपुर में रहने वाले के एक इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर और ठिकानों से अब तक करीब 177.45 करोड़ रुपये कैश में बरामद किए जा चुके हैं।

यूपी के कानपुर में रहने वाले के एक इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर और ठिकानों से अब तक करीब 177.45 करोड़ रुपये कैश में बरामद किए जा चुके हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने कुछ अपुष्ट सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। एजेंसी ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया, “कैश की गिनती कल देर रात खत्म हुई है। हालांकि सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।”

सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBITC) ने इसे इतिहास की सबसे बड़ी कैश बरामदगी बताया गया है। CBITC के तहत आने वाली जांच एजेंसी, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ GST इंटेलीजेंस (DGGI) की टीम ने यह छापेमारी की है।

सूत्रों ने बताया कि DGGI की अहमदाबाद और कानपुर यूनिट ने पीयूष जैन की इत्र कंपनी त्रिमूर्ति फ्रैगरेंस प्राइवेट लिमिटेड, शिखर ब्रांड से पान मसाला बनाने वाली कंपनी और एक ट्रांसपोर्टर के यहां छापेमारी की है, जो अभी भी जारी है। साथ ही इन कंपनियों के मालिकों द्वारा कितने करोड़ रुपये की कर चोरी की गई है, इसका भी आकलन किया जा रहा है।

अधिकारियों ने यह भी बताया कि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और कानपुर व कन्नौज में छापेमारी की कार्रवाई अभी भी जारी है।

एक सीनियर अधिकारी ने बताया, “छापेमारी के दौरान बरामद हुए कैश को सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसे टैक्स (CGST) एक्ट के सेक्शन 67 के तहत जब्त किया गया और इन्हें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जमा कराया गया है। अधिकतर पैसे 500 के नोटों में रखे गए थे। कुछ रकम 2,000 के नोट में भी थी।”

सूत्रों ने यह भी बताया, “सामानों की बिक्री से हासिल रकम को परिसर में गुप्त तरीके से रखा गया था और इन पर किसी टैक्स का भुगतान नहीं किया था। ये टैक्स चुकाए बिना अधिकतर सामान की सप्लाई कैश में ही करते थे। अभी तक की जानकारी के मुताबिक पान मसाला कंपनी ने सबसे अधिक टैक्स चोरी की है।”

अधिकारियों ने बताया कि त्रिमूर्ति फ्रैगरेंस से टैक्स बकाया के रूप में अब तक 3.09 करोड़ रुपये की वसूली की गई है।

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