Nathulal Pandey, File photo
Nathulal Pandey, File photo

हिंद मजदूर सभा (HMS) ने कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) और अनुषांगकि कंपनियों में नियोजित कामगारों की रिटारमेंट की उम्र सीमा 60 से बढ़ाकर 62 वर्ष किए जाने की मांग उठाई है।

एचएमएस नेता नाथूलाल पांडेय ने सीआईएल चेयरमैन को इस आशय का एक मांग पत्र सौंपा है।

यहां बताना होगा कि सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) ने अपने कर्मचारियों की सेवानिवृत्त की आयु सीमा बढ़ाकर 61 साल कर दी है।

इसे भी पढ़ें : कोल इंडिया प्रबंधन ने परिचयात्मक बैठक से भी इंटक को रखा बाहर, चार यूनियन से 3-3 को किया आमंत्रित

श्री पांडेय ने कहा कि एससीसीएल के काम करने के मापदंड, नियम और कानून लगभग सीआईएल वर्कर्स के समान हैं। एससीसीएल के लिए अधिकारियों और निदेशकों का चयन कोल इंडिया से किया जाता है।

इसी वजह से कोल इंडिया के कर्मचारी और अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी सेवानिवृत्ति की आयु 60 से बढ़ाकर 62 वर्ष की जानी चाहिए।

एचएमएस नेता ने सीआईएल चेयरमैन से मुलाकत कर कोयला कामगारों के वेज में 50 फीसदी का इजाफा करने की मांग की थी।

इसे भी पढ़ें : कोल इंडिया चेयरमैन ने कहा- 50 फीसदी वेतनवृद्धि संभव नहीं, वित्तीय दिक्कतों का दिया हवाला

यूनियन का कहना है कि कंपनी हर साल नॉन एग्जिक्युटिव एंप्लॉयी की छंटनी कर रही है। प्रोडक्शन लगातार बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में वेज में इतनी बढ़ोतरी वाजिब है। कोल इंडिया के साथ करीब 2 लाख 56 हजार वर्कर्स काम करते हैं। हर साल करीब 5 फीसदी एंप्लॉयी रिटायर हो रहे हैं।

कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 में एंप्लॉयी की सैलरी पर कुल 38 हजार 700 करोड़ रुपए (5.2 बिलियन डॉलर) खर्च किए। यह कंपनी के टोटल रेवेन्यू का करीब 43 फीसदी है।

मार्च 2024 तक कंपनी ने 100 करोड़ टन सालाना कोयले उत्पादन का लक्ष्य रखा है। वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले यह 68 फीसदी ज्यादा है।

सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunchपर Follow करें …

  • Website Designing