राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने आज विधायक दल की बुलाई बैठक रद्द कर दी है। अशोक गहलोत समर्थक विधायकों ने अपनी नाराजगी जताते हुए इस्तीफा दे दिया है। ये विधायक सीएम पद के लिए सचिन पायलट की उम्मीदवारी से बेहद नाराज बताये जा रहे हैं। राजस्थान कांग्रेस के 90 से अधिक विधायकों ने राज्य में पार्टी के लिए एक बड़े पैमाने पर ताजा संकट में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को उनके आवास पर अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

इस साल के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में क्रॉस वोटिंग के लिए बीजेपी से विधायक शोभा रानी कुशवाहा भी सीपी जोशी के आवास पर हैं। गहलोत गुट के 80 से अधिक विधायकों ने आज शाम कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने पर उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ एक स्टैंड अपनाया। गहलोत के वफादार चाहते हैं कि अगला सीएम कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसने 2020 में पायलट द्वारा खुले विद्रोह के दौरान सरकार का समर्थन किया था। सभी इस्तीफे धारीवाल के घर पर एकत्र किए गए।

गहलोत के समर्थन में विधायकों का जमावड़ा मंत्री धारीवाल के आवास पर होने लगा था। सभी विधायक पायलट की खिलाफत में अपना शक्ति प्रदर्शन करते नज़र आये थे। शांति धालीवाल के आवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक पर कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि अगर सभी 101 विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए तो क्या सरकार बहुमत नहीं खोएगी। मैं इस बैठक में शामिल नहीं हो रहा हूं। मेरे घर पर विधायक हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान के फैसले के साथ होंगे। राजेंद्र सिंग गुढ़ा साल 2020 में कांग्रेस संकट के दौरान अशोक गहलोत के साथ थे।

गहलोत गुट ने 3 बिंदु पर सुलह का प्रस्ताव रखा

खड़गे और माकन के सामने अशोक गहलोत के गुट ने 3 बिंदुओं का प्रस्ताव रखा है। गहलोत गुट का कहना है कि नया सीएम सरकार बचाने वाले 102 विधायकों में से ही होना चाहिए, यानी सचिन पायलट को सीएम न बनाया जाए। इसके साथ ही नए सीएम की घोषणा 19 अक्टूबर को अध्यक्ष के चुनाव के बाद की जाए और गहलोत के पसंद का ही मुख्यमंत्री बनाया जाए। के वहीं आलाकमान ने अशोक गहलोत, सचिन पायलट को दिल्ली बुलाया, लेकिन थोड़ी देर बाद अजय माकन ने कहा- हम दिल्ली नहीं जा रहे हैं। एक – एक विधायक से बात करेंगे। जानकारी के मुताबिक केसी वेणुगोपाल ने दोनों को कॉल कर सोनिया गांधी और राहुल गांधी का यह मैसेज दिया है। माना जा रहा है कि एक बार फिर राजस्थान में विधायकों की बाड़ाबंदी हो सकती है। इधर, मंत्री शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी और निर्दलीय विधायक संयम लोढा रविवार रात साढ़े 10 बजे सीएम निवास पहुंचे।

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