सरकार ने कहा- बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ रही

पिछले नौ दिनों से कोयले के भंडार में दैनिक वृद्धि के साथ, तापीय विद्युत संयंत्र के पास 5 दिनों का भंडार उपलब्ध है। लगभग एक सप्ताह में इसके 6 दिनों के बफर स्टॉक तक पहुंचने की संभावना है।

बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ रही है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) की रिपोर्ट के अनुसार 26 अक्टूबर, 2021 तक बिजली संयंत्रों में कोयला भण्डार 9.028 मिलियन टन (एमटी) था। पिछले नौ दिनों से कोयले के भंडार में दैनिक वृद्धि के साथ, तापीय विद्युत संयंत्र के पास 5 दिनों का भंडार उपलब्ध है। लगभग एक सप्ताह में इसके 6 दिनों के बफर स्टॉक तक पहुंचने की संभावना है। ताप विद्युत संयंत्रों द्वारा दैनिक आधार पर खपत किए जाने वाले कोयले की आपूर्ति कोयला कंपनियों द्वारा की जाती है।

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बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति लगातार बढ़ रही है जो कि संयंत्रों में कोयले के भंडार में वृद्धि से स्पष्ट है जो अब बढ़ने लगी है और पिछले एक सप्ताह के दौरान औसत वृद्धि प्रति दिन दो लाख टन से अधिक है।

इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बिजली मंत्री आर के सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ संबंधित मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों, कोयला कंपनियों के सीएमडी और अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक की, जिसमें उन्होंने बिजली संयंत्रों में कोयला भण्डार को और बढ़ाने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की और उनकी समीक्षा की।

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बैठक में यह सहमति बनी कि बिजली संयंत्रों को सभी स्रोतों यानी कोल इंडिया लिमिटेड, सिंगरेनी कोलियरीज लिमिटेड और कैप्टिव खदानों से प्रतिदिन आपूर्ति लगभग बीस लाख टन होगी। पिछले एक सप्ताह से बिजली संयंत्रों को कोयले की कुल आपूर्ति लगातार 2.1 एमटी से अधिक रही है।

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