घर बैठे करें 360 डिग्री व्यू से 12 ज्योतिर्लिंग व चारों धाम की यात्रा

यह व्यवस्था कोरोना काल से अभी भी सुचारू रूप से काम कर रही है। इसके लिए भारत सरकार ने वेबसाइट http://temple360.in द्वारा चारों धामों के 360 डिग्री व्यू को ऑनलाइन देखे जाने का प्रबंध किया है।

कहावत है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। कोरोना काल में ऐसे कई मौके आए जब आवश्यकता पड़ने पर नए आविष्कार हुए। इनमें से एक आविष्कार भारत के सुप्रसिद्ध मंदिरों का घर बैठे भ्रमण कराने से जुड़ा था। दरअसल, कोरोना काल में जब देश में लॉकडाउन लगा तो लोगों का घरों से बाहर निकलना प्रतिबंधित कर दिया गया था। ऐसे में लोगों के आस्था के केंद्रों के दर्शनाभिलाषियों को संकट की घड़ी में भगवान के दर तक जाने की अनुमति नहीं मिल रही थी। तब केंद्र सरकार ने लोगों की भावनाओं को समझते हुए ऐसी व्यवस्था की जिससे कि लोग घर बैठे मंदिर दर्शन कर पाएं। जी हां, सरकार ने डिजिटल तकनीक इस्तेमाल कर लोगों को देश के विभिन्न आध्यात्मिक मंदिरों के वर्चुअल दर्शन का प्रबंध किया। यह शुरुआत हाल ही में नव संवत्सर यानि 2079 के अवसर पर की गई।

‘temple 360’ वेबसाइट लॉन्च

इस संबंध में केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आईजीएनसीए में नववर्ष के अवसर पर ‘temple 360’ वेबसाइट का उद्घाटन किया ‘टेंपल 360 डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहां कोई भी किसी भी स्थान से 12 ज्योतिर्लिंग और 4 धामों का वर्चुअली 360-डिग्री भ्रमण करने में सक्षम होगा। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी साझा की।

12 ज्योतिर्लिंग और चार धाम के वर्चुअल दर्शन

राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, कोरोना के दौरान, लोग मंदिरों के दर्शन नहीं कर पाए, कई कारण हैं कि लोग मंदिरों में नहीं जा सकते हैं, मंदिर 360 वह डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहां कोई भी किसी भी स्थान से 12 ज्योतिर्लिंग और चार धाम के दर्शन किए जा सकते हैं।

कोरोना काल में लोग मंदिरों के दर्शन नहीं कर पाए

यह व्यवस्था कोरोना काल से अभी भी सुचारू रूप से काम कर रही है। इसके लिए भारत सरकार ने वेबसाइट http://temple360.in द्वारा चारों धामों के 360 डिग्री व्यू को ऑनलाइन देखे जाने का प्रबंध किया है। इस वेबसाइट के जरिए अब सभी लोग चार धामों की यात्रा घर बैठे वर्चुअली कर सकते हैं। केंद्र सरकार के तमाम प्रयासों और डिजिटल युग में इजाद इस नए तरीके के सहारे आज हम अपना आने वाला कल लिख सकते हैं।

दरअसल, केंद्र सरकार भारत के सुप्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्रों के ऑनलाइन दर्शन कराने से ”एक पंथ दो काज” यानि एक ही उपाय से दो कार्यों कर रही है। दरअसल, सरकार जहां एक तरफ देशवासियों को भारतीय संस्कृति से परिचित करा रही है तो वहीं दूसरी ओर विदेशी पर्यटकों से ऑनलाइन आमदनी भी कमा रही है। भारतीय टूरिस्ट प्लेसों को देखने तमाम विदेशी नागरिक हर साल भारत आते हैं। लेकिन जो कोरोना काल के बाद बदले माहौल के कारण भारत नहीं आ सकते उनके लिए भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की यह पहल काफी कारगर है।

संस्कृति मंत्रालय की यह देशवासियों को एक अनमोल भेंट

जी हां, भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में संस्कृति मंत्रालय की यह देशवासियों को एक अनमोल भेंट है। इसे नाम दिया गया है ”टेंपल 360”। इस साल के आरंभ पर सभी नए प्रयासों एवं भविष्य की आशाओं के लिए इसे शुभारंभ का प्रतीक बताया गया। इस शुभ अवसर पर यह वेबसाइट भारत और दुनिया के लोगों को समर्पित की गई।

निकट भविष्य में वेबसाइट पर विभिन्न सेवाएं भी

इस वेबसाइट के माध्यम से आपके लिए भारत के विभिन्न मंदिरों के लाइव कैमरा फीड प्रतिदिन, प्रतिपल प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है जहां भारत के मंदिरों की अमर आध्यात्मिक यात्रा और मंदिर दर्शन का सजीव अनुभव मिलता है। निकट भविष्य में वेबसाइट पर विभिन्न सेवाएं भी उपलब्ध होंगी, जैसे –

  •  ई-प्रसाद
  • ई-आरती
  • ई-शृंगार
  • ई-दान

इस संबंध में राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी बताती हैं कि इस मंच के माध्यम से लोग ई-दर्शन, ई-प्रसाद और ई-आरती देख सकते हैं और इसमें भाग ले सकते हैं जो सभी के जीवन को सुविधाजनक बनाते हैं और लोगों को भी जोड़े रखता है।

कोई भी भारत से कभी भी और कहीं से भी अपनी पसंद के मंदिर के कर पाएगा दर्शन

‘मंदिर 360’ ऐसी website हैं जहां कोई भी भारत से कभी भी और कहीं से भी अपनी पसंद के मंदिर में जा सकता है। इस वेबसाइट की मदद से, कोई भी पवित्र हिंदू तीर्थस्थलों में से कुछ की भव्यता को डिजिटल रूप से देख सकता है। वेबसाइट एक भक्त को ई-आरती और कई अन्य सेवाएं भी उपलब्ध कराती है।

आजादी का अमृत महोत्सव के बारे में…

बीते मार्च के महीने में भारत सरकार की एक पहल – ”आजादी का अमृत महोत्सव” अपना एक साल पूरा कर चुकी है। इस महोत्सव की शुरुआत 12 मार्च, 2021 को पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम से की थी। उसके बाद से क्षेत्र व भागीदारी के मामले में महोत्सव के प्रयास व समारोह को इस प्रकृति के सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक बनाने को सुनिश्चित करने के लिए सरकार के प्रयासों की न केवल गति तेज हुई है, बल्कि लक्ष्य समूहों और भौगोलिक क्षेत्रों के विविध समूहों तक भी पहुंच गई है। आजादी का अमृत महोत्सव 28 राज्यों, 8 केंद्र शासित प्रदेशों और वैश्विक स्तर पर 150 से अधिक देशों में 16,000 से अधिक समारोह और कार्यक्रमों के साथ भारत को अमृत काल में स्थापित करने के लिए भारत@2047 की राह पर अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। इस अभियान ने एक राष्ट्र को अतीत का स्मरण रखने, वर्तमान का उत्सव मनाने और बेहतर भविष्य की आकांक्षा करने में सक्षम बनाने में संस्कृति व विरासत की व्यापक भूमिका पर अपना ध्यान केंद्रित किया।

विश्व गुरु बनने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा भारत

इसी कड़ी में भारत सरकार ने temple360.in वेबसाइट के माध्यम से देश के लोगों को देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्तियों के केंद्रों व सुप्रसिद्ध मंदिरों से जोड़ने की कोशिश की है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। आजादी के बाद से हमने काफी लंबी यात्रा तय की है।

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