नई दिल्ली (IP News). विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम और बिजली उत्‍पादन करने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड कर्नाटक में अपने एनटीपीसी कुडगी सुपर थर्मल पावर स्टेशन के परिचालन के लिए कोयले की आपूर्ति करने में परिवहन लागत को घटाकर लगभग 200-500 रुपये प्रति मीट्रिक टन करने में समर्थ होगी। इससे बिजली उत्पादन की लागत घटेगी और पारगमन के समय में भी 8-15 घंटे की कमी आएगी।

एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दक्षिण पश्चिम रेलवे में नवनिर्मित 670 मीटर लंबा पुल एनटीपीसी कुडगी के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि यह बिजली उत्पादन की लागत को कम करने में मदद करेगा। साथ ही इससे रेलवे को उपलब्ध बुनियादी ढांचे के जरिये कहीं अधिक माल की ढुलाई करने में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा, दोहरी लाइनों की उपलब्धता के कारण महाराष्ट्र के शोलापुर से कर्नाटक के गडग तक की यात्रा का समय कम हो जाएगा जिससे यात्रियों को समय की बचत होगी।

एनटीपीसी ने महाराष्ट्र के हॉटगी से कर्नाटक के कुडगी तक (134 किलोमीटर) की मौजूदा रेलवे ट्रैक पर लाइनों के दोहरीकरण में मदद की है। साथ ही कंपनी ने भीमा नदी पर दो पुलों के निर्माण में भी सहायता प्रदान की है।

वर्तमान में, इस मार्ग पर एक पुल 50 वर्षों से अधिक पुराना है और इसलिए उस मार्ग से भारी लोड वाले सामानों की ढुलाई नहीं की जाती है। यही कारण है कि अधिकांश यातायात को गुंटाकल से बेल्लारी- गडग मार्ग पर मोड़ दिया जाता है। एनटीपीसी अब दक्षिण पश्चिम रेलवे से अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही है और मंजूरी मिलते ही वह अपना परिचालन शुरू कर देगी।

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