कोरबा (आईपी न्यूज)। बुधवार की दोपहर भारत सरकार के कोयला सचिव अनिल कुमार जैन का छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिला आगमन हुआ। कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनी एसईसीएल की दीपका एवं गेवरा कोयला खदानों का उन्होंने अवलोकन किया। श्री जैन ने सबसे पहले दीपका खदान देखी। इसके बाद वे गेवरा माइंस पहुंचे और व्यू पाइंट से खदान का जायजा लिया। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों को कुछ निर्देश भी दिए। खदान के भीतर पहुंचकर उत्पादन की स्थिति देखी। एसईसीएल के अधिकारियों ने नक्शे के जरिए खदान के प्रोडक्शन व डिस्पेच की जानकारी दी। कोल सेक्रेटरी ने सेलो का भी निरीक्षण किया और लोडिंग का कार्य देखा। श्री जैन ने गेवरा हाउस में एसईसीएल की सभी परियोजनाओं के महाप्रबंधकों की बैठक ली। इसके पूर्व जेसीसी यूनिट ने कोयला सचिव का स्वागत किया। श्री जैन रात्रि विश्राम गेवरा हाउस में करेंगे। गुरुवार की सुबह वे कुसमुण्डा खदान का निरीक्षण करेंगे। यहां बताना होगा कि देश व राज्य के विद्युत संयंत्रों को अनुबंध के अनुरूप कोयला नहीं मिल रहा है। ईंधन की कमी के कारण कई बिजलीघरों से उत्पादन बंद है। इधर, कोयला मंत्रालय ने 2024 तक एक बिलियन टन कोल प्रोडक्शन का टारगेट रखा है। इसको लेकर कवायद की जा रही है। कोयला सचिव के साथ एसईसीएल के सीएमडी एपी पंडा, निदेशक तकनीकी मनोज कुमार प्रसाद सहित गेवरा जीएम एसके पाल, बीके चंदोरा आदि अधिकारी  थे।
240 टन क्षमता वाले डंपर की सवारी की
कोयला सचिव श्री जैन ने 240 टन क्षमता वाले डंपर की सवारी भी की। उन्होंने सावेल सहित अन्य मशीनरियों को करीब से देखा और इसकी जानकारी ली। उन्होंने खदान परिसर के समीप पौधरोपण भी किया।

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