नई दिल्ली। जेएडब्ल्यू स्टील ने मौजूदा बाजार परिस्थितियों के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपनी निवेश योजना में भारी कटौती की है। कंपनी ने कहा है कि अब वह चालू वित्त वर्ष में 9,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पहले उसकी 16,340 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना थी। इस तरह चालू वित्त वर्ष में कंपनी का निवेश पिछले वित्त वर्ष 2019-20 के 10,200 करोड़ रुपये से करीब 12 प्रतिशत कम रहेगा।

कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में जेएसडब्ल्यू के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सज्जन जिंदल ने कहा कि कंपनी ने अपने सभी योजनागत और विवेकाधीन खर्च के लिए प्राथमिकता तय की है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे मकसद नकदी की बचत करना और यह सुनिश्चित करना है कि जो भी परियोजनाएं अग्रिम चरण में हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा और चालू किया जाए। जिंदल ने रिपोर्ट में कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन और उसे कई बार आगे बढ़ाए जाने से श्रमबल और सामान उपलब्ध नहीं होने की वजह से विभिन्न साइटों पर परियोजना गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। ऐसे में कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपनी निवेश योजना को घटाकर 9,000 करोड़ रुपये कर दिया है।

रिपोर्ट कहती है कि महामारी के आर्थिक प्रभाव से न केवल कंपनी का नए वित्त वर्ष का उत्पादन लक्ष्य प्रभावित हुआ है, बल्कि इससे क्षमता विस्तार परियोजनाओं को जारी रखने के लिए श्रमबल और विशेषज्ञता की भी कमी हो गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी को उन जोखिमों की जानकारी है, जो उसकी निवेश योजना को प्रभावित कर सकते हैं। इसी के मद्देनजर कंपनी ने अपनी निवेश योजना में बदलाव किया है। अब चालू वित्त वर्ष में कंपनी परियोजनाओं पर 8,200 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके अलावा वह 800 करोड़ रुपये कर्नाटक और ओडिशा में नीलामी में हासिल सात खानों को परिचालन में लाने पर खर्च करेगी।

 

 

 

Source : NBT

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