कोरबा (आईपी न्यूज)। नगर पालिक निगम, कोरबा के प्रथम नगारिक का ओहदा किसे मिलगा, इसका खुलासा 10 जनवरी को होगा। इधर, कांग्रेस में मेयर प्रत्याशी चयर की गेंद मुख्यमंत्री के पाले में चली गई। यानि अब मुख्यमंत्री और पार्टी हाईकमान तय करेगा कि मेयर की कुर्सी पर किसे बिठाया जाए। दूसरी ओर पिक्चर में सीएम के आ जाने से निगम, कोरबा में कांग्रेस का महापौर बनाने की मुहिम को अब और धार मिलेगी। दरअसल कांग्रेस की मंशा प्रदेश के 10 के 10 नगर पालिक निगम, जहां चुनाव हुए, में पार्टी का महापौर बिठाने की है। कोरबा ही एक ऐसा निगम है जहां पेंच फंसा हुआ है। इसे देखते हुए महापौर उम्मीदवार चयन का दारोमदार मुख्यमंत्री और पार्टी हाईकमान पर डाल दिया गया हैै। बताया जा रहा है कि ऐसा कर भाजपा को बड़ा झटका देने की तैयारी है। हालांकि आंकड़ों के खेल में फिलहाल भाजपा, कांग्रेस से दो कदम आगे है। भाजपा 31 पार्षदों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। कांग्रेस ने भी अपना कुनबा बढ़ाकर 26 से 29 कर लिया है।
माकपा नेता राजस्व मंत्री व कांग्रेस पर्यवेक्षक से मिले
रविवार को माकपा के नेताओं ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और कांग्रेस के पर्यवेक्षक सुभाष धुप्पड़ से मुलाकात की और अपने मुद्दों को उनके समाने रखा। माना जा रहा है कि माकपा, कांग्रेस के प्रति एक साफ्ट कार्नर लेकर चल रही है। माकपा के नेताओं ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है वे भाजपा के साथ नहीं जाने वाले, क्योंकि विचारधारा आड़े आती है। ऐसे में माकपा का समर्थन मिलता है तो कंाग्रेस का आंकड़ा 31 पर पहुंचता है। यानि भाजपा की बराबरी पर। महापौर के लिए कुल 34 पार्षदों का समर्थन चाहिए होगा। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से भी 2 पार्षद हैं। छजकां ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। बताया जा रहा है कि छजकां ने इंतजार करने की नीति अपनाई है। कहा जा रहा है इसकेे नेता कांग्रेस, भाजपा के महापौर प्रत्याशियों का चेहरा देखना चाहते हैं। बसपा का एक पार्षद है, लेकिन अभी तय नहीं है कि हाथी की चाल क्या होगी। 5 में 3 निर्दलीयों ने कांग्रेस को गले लगा लिया है। जो 2 निर्दलीय पार्षद बचे हैं, इनकी भूमिका भी साफ नहीं है। बहरहाल निगम, कोरबा का मेयर का चुनाव बड़ा ही दिलचस्प होने जा रहा है।
कांग्रेस ने अपने पार्षदों को भगवान जगन्नाथ की शरण में भेजा
कांग्रेस ने अपने नवनिर्वाचित पार्षदों को पुरी की सैर के लिए रवाना किया है। कुछेक को छोड़ शेष ने भगवान जगन्नाथ की नगरी के लिए रवानगी ले ली है। इनमें कांग्रेस को समर्थन देने वाले 3 निर्दलीय भी शमिल हैं। बताया जा रहा है कि सभी की वापसी 9 जनवरी को होगी। सूत्रों की मानें तो पुरी से कोरबा आने के बाद सभी को किसी को होटल में ठहराया जाएगा। 10 जनवरी की सुबह सभी एक साथ साकेत पहुंचेंगे और महापौर तथा सभापति चुनाव में भागीदारी करेंगे। पुरी रवाना होने से पहले से 29 पार्षदों के साथ महापौर चुनाव के कांग्रेस पर्यवेक्षक श्री धुप्पड़ ने चर्चा की। पार्षदों को बताया गया कि महापौर उम्मीदवार को चयन का अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री और पार्टी हाईकमान करेगा। इस बात लिए सभी से सहमति ले ली गई है कि जो उपर से जिसे भी उम्मीदवार बनाया जाएगा, उसे वोट करना है।

राजस्व मंत्री व कांग्रेस पर्यवेक्षक से चर्चा करते माकपा नेता

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