सेबी के नियमों का पालन करने पर आरआईएल के सीएमडी मुकेश अंबानी नॉन एक्सिक्यूटिव चेयरमैन बन जाएंगे और एक नॉन अंबानी आरआईएल का एमडी बनेगा। ऐसा कंपनी के इतिहास में पहली बार होगा।

खबरें निखिल मेसवानी के नाम को लेकर आ रही हैं। इसके अलावा मुकेश अंबानी के दायें हाथ माने जाने वाले मनोज मोदी का नाम भी आ रहा है। वह अभी कंपनी के सीईओ हैं। इस लिस्ट में दो एक्सक्यूटिव डायरेक्टर निखिल के छोटे भाई हितल और पीएमएस प्रसाद भी लिस्ट में शामिल है।

मेसवानी आरआईएल बोर्ड में 90 के मध्य दशक से हैं और मुकेश अंबानी के चचेरे भाई (Cousin) हैं। उनके पिता रसिकलाल मेसवानी आरआईएल फाउंडर धीरूभाई अंबानी के साथ फाउंडर डायरेक्टर रहे हैं।

मनोज मोदी आरआईएल के बोर्ड में नहीं है और न ही कोई सीनियर पोजिशन उनके पास है लेकिन लोगों के अनुक्रम में आरआईएल में अहम व्यक्ति माने जाते हैं। न्यूजएजेंसी ने इसे लेकर आरआईएल को पत्र भेजा लेकिन कंपनी ने कोई भी जवाब नहीं दिया।

सेबी ने 1 अप्रैल से चेयमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर/सीईओ के रोल को अलग करना अनिवार्य कर दिया है। निर्देशों के मुताबिक परिवार के सदस्य और रिश्तेदार एमडी के पद को नहीं ले सकते।

कंपनीज एक्ट 1956 के सेक्शन 6 के मुताबिक पिता, मां (सौतेली मां शामिल), बेटा (सौतेला बेटा शामिल), बेटे की पत्नी (सौतेली बहू भी शामिल), पिता के पिता, पिता की मां, मां की मां, मां के पिता, बेटे का बेटा, बेटे क बेटे की बहू, बेटे की बहू, बेटे की बेटी, बेटे की बेटी का पति, बेटी का पति, बेटी के बेटे की वाइफ, बेटी की बेटी, बेटी की बेटी का पति, बेटी का बेटा, बेटी के बेटे की पत्नी, बहू की बूह, बहू की बहू का पति, भाई (सौतोला भाई शामिल), भाई की पत्नी, बहन (सौतेली बहन शामिल) और बहन का पति रिश्तेदार की गनती में आते हैं।
इसमें लिस्ट में कहीं भी चचेरे भाई-बहन शामिल नहीं है। यानी निखिल और हेतल मेसवानी इस लिस्ट में शामिल नहीं है। हेतल मेसवानी ने आरआईएल को 1990 में ज्वाइन किया था और वह रसिकलाल मेसवानी के बेटे हैं।

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