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कोरबा (IP News). भारतीय मजदूर संघ ने देश के 10 ट्रेड यूनियन के आह्वान पर 26 नवम्बर को होने जा रही राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित बताया है। बीएमएस के महामंत्री बिनय कुमार सिन्हा ने हड़ताल में शामिल होेने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। यहां बताना होगा कि इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जी संजीव रेड्डी ने बीएमएस के महामंत्री को पत्र लिखकर 26 नवम्बर की हड़ताल में भागीदारी करने का आमंत्रण दिया था। श्री सिन्हा ने जी संजीवा रेड्डी को पत्र लिखकर हड़ताल में शामिल होने के प्रस्ताव के लिए धन्यवाद दिया है।

महामंत्री श्री सिन्हा ने कहा है कि श्रम कानूनों के सरलीकरण करते हुए श्रम कानूनों को 4 लेबर कोड में बदलने तथा इसके सामाजिक सुरक्षा सहित अधिकांश प्रावधानों का बीएमएस स्वागत करता है। कुछ प्रावधानों को लेकर संघ ने आपत्ति व चिंता जाहिर की है।

बीएमएस ने केन्द्र सरकार को राष्ट्र विरोधी कहने को हास्यपद और अनुचित बताया है। ट्रेड यूनियन को चुनिंदा तौर पर केन्द्र सरकार के निशाना नहीं बनाना चाहिए। केन्द्र सरकार से कहीं ज्यादा विभिन्न राजनीतिक दलों की राज्य सरकारें श्रम कानूनों को बदतर कर रही हैं, जो कि श्रम क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती है। बीएमएस महामंत्री ने यह भी कहा है कि किसानों और छात्रों के बजाए यूनियन को श्रमिक हितों के मुद्दों पर ध्यान केन्द्रीत करना चाहिए। श्रमिकों के मुद्दों को केन्द्र में ले जाने के बाद ग्रेटर सिंक्रोनसिटी के साथ काम करना होगा। बीएमएम महामंत्री ने इंटक को सेंट्रल ज्वाइन फोरम के लिए आमंत्रित किया है।

यहां बताना होगा कि देश के 10 ट्रेड यूनियन INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC द्वारा जनविरोधी, मजदूर-विरोधी, किसान-विरोधी और देश-विरोधी नीतियों के खिलाफ 7 सूत्रीय मुद्दां को लेकर 26 नवम्बर को हड़ताल की जा रही है। यह हड़ताल देश के सार्वजनिक उपक्रमों सहित अन्य सेवा क्षेत्र और अन्य उद्योगों में होगी। बीएमएस इस हड़ताल से पृथक है।

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