लखनऊ: अमेरिका के जॉन एफ केनेडी स्पेस सेंटर से ”स्‍पेसएक्‍स’ के रॉकेट शिप फॉल्‍कन- 9 ने जब उड़ान भरी तो दुनियाभर के लोगों ने खुशियां मनाईं. दरअसल यह पहला निजी अंतरिक्ष मिशन है. क्या आपको पता है कि अमेर‍िका में निजी क्षेत्र की पहली अंतरिक्ष यात्रा का भारत से सीधा नाता है?

लखनऊ की 24 साल की कनिका गाखर ने इस रॉकेट के लैंडिंग लेग्स को डिजाइन करने में अहम भूमिका निभाई है. कनिका रॉकेट के लैंडिंग लेग्स डिजाइन करने वाली टीम का प्रमुख हिस्सा रही. कनिका की इस उपलब्धि से लखनऊ में 86 साल की उनकी दादी राजकुमारी खुशी से फूले नहीं समा रही हैं.

एमआईटी से मास्टर्स कर रहीं कनिका स्पेसएक्स में इंटर्नशिप कर रही हैं. अगले साल अगस्त में वह इस कंपनी को जॉइन करने की तैयारी में हैं. कन‍िका ने लैंडिंग लेग्स के मुख्य कॉम्पोनेंट मेन एक्चुएटर पर काम किया. ग्राउंड सपोर्ट टीम का हिस्सा रहीं कनिका का काम यह सुनिश्चित करना था कि रॉकेट सुरक्षित तरीके से वापस आ जाएं.

कनिका ने बताया कि साल 2018 में वह स्‍पेसएक्‍स में इंटर्न बनी. उन्‍होंने करीब तीन महीनों तक अलग-अलग प्रोजेक्टस पर काम किया. वो कैलिफॉर्निया कैंपस में थीं. इसमें से एक काम अंतरिक्ष में जाने वाले स्‍पेसएक्‍स रॉकेट के लैंडिंग लेग्स को डिजाइन करना भी शाम‍िल था. फाल्‍कन-9 का सेम डिजाइन है.

कनिका ने बताया क‍ि स्‍पेसएक्‍स नासा का यंगर वर्जन है. उन्‍होंने बताया क‍ि सबसे अच्छी बात यह रही कि इंटर्न होने के बावजूद भी उन्‍हें पूरी जिम्मेदारी दी गई. टेक्निकल इंटरव्यू के कई राउंड के बाद उनका चयन किया गया. कन‍िका ने कहा कि मेरा चयन तीसरी बार आवेदन करने के बाद हुआ. मुझे रॉकेट में इस्तेमाल किए जाने वाले टूल को बनाना था. कनिका ने बताया कि उनकी मुलाकात स्‍पेसएक्‍स के फाउंडर एलन मस्क और उन दोनों एस्ट्रोनॉट्स के साथ भी हुई, जो स्पेस में गए हैं.

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