पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चक्रवात यास से हुई तबाही पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ समीक्षा बैठक में शामिल नहीं होने के अपने फैसले पर कहा कि पीएमओ ने मेरा अपमान किया, मेरी छवि खराब करने के लिए ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की बैठक थी तो इसमें भाजपा के नेताओं, राज्यपाल को क्यों बुलाया गया, इससे अपमानित महसूस कर रही हूं। ममता ने आरोप लगाया कि आप (प्रधानमंत्री) प्रतिशोध की राजनीति कर रहे हैं क्योंकि बंगाल में भाजपा की चुनावी हार को आप अब तक स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री बंगाल के लोगों की भलाई के लिए मुझे अपना पैर छूने के लिए कहें तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं, लेकिन मेरा अपमान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध करती हूं कि राजनीतिक प्रतिशोध खत्म करें, मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को बुलाने का आदेश वापस लें और उन्हें संक्रमण प्रभावितों के लिए काम करने की अनुमति दें। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के कई शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि चक्रवात ‘‘यास’’ से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए पश्चिम बंगाल में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नदारद रहीं और ऐसा करके उन्होंने संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार करने के साथ ही संघीय व्यवस्था की मूल भावना को भी आहत किया।

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