नागपुर, 02 मई। वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) प्रबंधन ने पैनलबद्ध निजी अस्पतालों और भर्ती मरीजों की निगरानी के लिए स्मार्ट वेलनेस एंड असिस्टेंस सिस्टम फॉर ट्रीटमेंट एंड हेल्थ (SWASTH) प्लेटफार्म तैयार किया है, बीते माह अप्रेल में लॉन्च किया गया। इसके माध्यम से निजी अस्पतालों की मनमानी और अनावश्यक बिलिंग पर भी लगाम लगेगी।
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यहां बताना होगा कि कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) एवं अनुषांगिक कंपनियों द्वारा देशभर में 434 निजी अस्पताल इम्पैनल (Empanelled Hospitals) किए गए हैं। इम्पैनल किए गए अस्पतालों में रेफरल एवं इमरजेंसी केस के मरीजोें का इलाज किया जाता है। कोल इंडिया द्वारा इम्पैनल अस्पतालों में सेवानिवृत्त अधिकारियों और गैर- अधिकारियों तथा उनके जीवनसाथी, सीआईएल और अनुषांगिक कंपनियों के मौजूदा कर्मचारियों और उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को उपचार का लाभ दिया जाता है।
इधर, खबरें का रही थीं कि पैनलबद्ध निजी अस्पतालों द्वारा मनमानी की जा रही है। इलाज में भेदभाव सहित अनाप- शनाप बिलिंग हो रही है। एक जानकारी के अनुसार साल में कम से कम 5 हजार करोड़ रुपए इन अस्पतलों को भुगतान होता है।
वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा इम्पैनल किए अस्पतालों से भी इस तरह की मनमानी की जानकारी मिली रही थी। एचएमएस (HMS) से सम्बद्ध कोयला श्रमिक सभा के केंद्रीय अध्यक्ष तथा जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव द्वारा डब्ल्यूसीएल प्रबंधन का ध्यान इस ओर निरंतर आकृष्ट कराया जा रहा था। श्री यादव ने इस संदर्भ में निदेशक (मानव संसाधन) डॉ. हेमंत शरद पाण्डेय को जानकारी देते हुए निजी अस्पतालों की मनमानी से अवगत कराया गया था।
बताया गया है कि ऐप लॉन्च करने से पहले निदेशक (मानव संसाधन) डॉ. हेमंत शरद पाण्डेय ने बगैर किसी को जानकारी दिए स्वंय इम्पैनल अस्पतालों का जायजा लिया था। उन्होंने मिल रही शिकायतों को सही पाया। इसके बाद इम्पैनल अस्पतालों पर लगाम कसने की तैयारी शुरू की गई। पैनलबद्ध निजी अस्पतालों और भर्ती मरीजों की निगरानी के लिए स्मार्ट वेलनेस एंड असिस्टेंस सिस्टम फॉर ट्रीटमेंट एंड हेल्थ प्लेटफार्म लाया गया। इस ऐप के माध्यम से रेफर होने वाले मरीजों और इम्पैनल अस्पतालों द्वारा किए जा रहे इलाज की पूरी जानकारी ऑनलाइन कर दी गई।
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क्या खास है इस ऐप में
स्मार्ट वेलनेस एंड असिस्टेंस सिस्टम फॉर ट्रीटमेंट एंड हेल्थ (Smart Wellness & Assistance System for Treatment & Health) एक ऐसा स्मार्ट प्लेटफ़ॉर्म है जो अस्पताल के संचालन को सुव्यवस्थित करता है और रोगी देखभाल को बेहतर बनाता है। यह भूमिका तथा क्यूआर आधारित अनुमतियों और स्वीकृति आदेश प्रविष्टि के साथ सूचीबद्ध अस्पतालों के लिए लॉगिन एक्सेस प्रदान करता है। प्रबंधन को इस ऐप के माध्यम से अस्पताल में भर्ती होने वाले कामगार तथा परिवार सदस्य मरीज की तस्वीर सहित पूरी जानकारी, बीमारी की जानकारी, इलाज करने वाले चिकित्सक का विवरण, दवाइयों की जानकारी, डिस्चार्ज और बिल का पूरा विवरण मिल जाता है। इम्पैनल अस्पतालों को डिस्चार्ज के साथ ही इलाज का पूरा खर्च तत्काल अपडेट करना होता है। पहले मरीज का डिस्चार्ज करने के लंबे समय बाद बिल जमा किया जाता था। इस बीच बिलिंग में काफी गड़बड़ियां होती थी। कई बार फर्जी मरीज का इलाज कर बिलिंग तक कर ली जाती थी।