कोरोना वायरस की दूसरी लहर में देश के कई अस्पताल ऑक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं। ऑक्सीजन कम होने के चलते कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है। ऐसे हालात में अब प्राइवेट कंपनियों ने भी हाथ बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने जामनगर यूनिट से ऑक्सीजन की सप्लाई कर रही है।

इस बीच औद्योगिक गैस कंपनी लिंडे इंडिया (Linde India) ने बयान जारी कर कहा है कि उसने टाटा ग्रुप (Tata Group) के साथ मिलकर इंटरनेशनस सोर्स से ऑक्सीजन की ढुलाई के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनर हासिल किए हैं। इन कंटेनर के जरिए देश भर में मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। केंद्र सरकार ने विदेश से ऑक्सीजन आयात करने का फैसला किया है।

इसमें हर कंटेनर्स की क्षमता 20 टन लिक्विड ऑक्सीजन ढोने की है। लिंडे इंडिया इन कंटेनर में कई मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटीज से ऑक्सीजन लेकर उन अस्पतालों तक पहुंचाएगी, जहां इसकी जरूरत है। इसके अलावा ये कंटेनर्स दूर-दराज के इलाकों में अंतरिम ऑक्सीजन स्टोरेज (interim oxygen storage) के रूप में मददगार साबित होंगे, जहां ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है।

कंपनी के बयान के मुताबिक, ये कंटेनर हवाई रास्ते से देश के पूर्वी तट पर पहुंच चुके हैं। अब यहां से लिंडे इंडिया अपनी लिक्विड ऑक्सीजन मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी भेजेगी। इस फैसिलिटी में इन क्रॉयोजेनिक ISO containers (कंटेनर्स) का कंडीशंड किया जाएगा और लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन इस्तेमाल के लिए सर्टिफाई (certified) किया जाएगा।

बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, टाटा स्टील लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉर्पेरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड और JSW स्टील लिमिटेड समेत एक दर्जन फर्मों ने अस्पतालों में ऑक्सीन की सप्लाई की है।

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