कोरबा (आईपी न्यूज)। इंटक, एटक, सीटू, एचएमएस, एक्टू, आइयूटीयूसी, यूटीयूसी, टीयूसीसी सहित अन्य संगठनों की बुधवार को एकदिवसीय देशव्यापी हड़ताल का कोयला उद्योग में मिलाजुला असर दिख रहा है। यह हड़ताल विनिवेश, एफडीआई, निजीकरण, श्रम सुधार आदि श्रमिक विरोधी नीतियों की मुखालफत सहित 12 सूत्रीय मांगो को लेकर देश के 10 श्रमिक संगठनों ने बुलाई है। झारखण्ड राज्य के धनबाद कोयलांचल में बीसीसीएल और ईसीएल की कोयला खदानों में उत्पादन और डिस्पैच प्रभावित है। छत्तीगसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की कोयला खदानों में हड़ताल का मिलाजुला असर दिखने को मिल रहा है। कोल इंडिया की दूसरी सहयोगी कंपिनयों के खदान क्षेत्र में हड़ताल हो रही है। बैंकिग सहित देश के अन्य उद्योगों में भी हड़ताल हो रही है। कोयला उद्योग में हड़ताल को सफल बनाने के लिए सुबह से ही मजदूर संगठनों के नेता सक्रिय दिख रहे हैं। अलग- अलग क्षेत्रों में हड़ताल की तस्वीरें :

एसईसीएल, कुसमुण्डा कोरबा

एसईसीएल, गेवरा प्रोजेक्ट कोरबा

बालको, कोरबा

एनसीएल, निगाही एरिया

सीएमपीडीआई, रांची

ईसीएल मुगमा एरिया

तानसी माइन, कन्हान एरिया

भुवनेश्वर

चेन्नई

तिरूवनंतपुरम

 

 

 

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