कोरबा (IP News). खत्म हुए वित्तीय वर्ष 2020-21 में देश के एल्यूमिनियम उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। 36 लाख 15 हजार 839 टन एल्यूमिनियम उत्पादन हुआ है। 2019-20 में यह आंकड़ा 36 लाख 38 हजार 304 टन पर था। जबकि क्षमता 41 लाख 26 हजार टन सालाना की है।

कंपनीवार आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि एल्यूमिनियम उत्पादन में गिरावट हिंडाल्को की वजह से आई है। हिंडाल्को ने 2019-20 के मुकाबले कम उत्पादन किया है। नालको, बालको और वेदांता लिमिटेड ने बढ़ोतरी दर्ज की है। देश में ये चार कंपनियां ही हैं जो एल्यूमिनियम का उत्पादन करती हैं। देखें कपंनीवार उत्पादन के आंकड़े:

नालको (NALCO) :

  • क्षमता    : 4,60,000
  • 2020-21 : 4,18,522
  • 2019-20 : 4,18,373

बालको (BALCO) :

  • क्षमता    : 5,70,000
  • 2020-21 : 5,68,494
  • 2019-20 : 5,63,313

हिंडाल्को (HINDALCO) :

  • क्षमता     : 13,46,000
  • 2020-21 : 12,28,948
  • 2019-20 : 13,13,974

वेदांता लिमिटेड (VEDANTA LTD) :

  • क्षमता     : 17,50,000
  • 2020-21 : 13,99,875
  • 2019-20 : 13,42,644

विश्व स्तर पर अंतिम तिमाही में खपत से ज्यादा उत्पादन

जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही जनवरी- मार्च में विश्व स्तर पर खपत के मूुकाबले एल्यूमिनियम का 0.9 मिलियन टन अधिक उत्पादन हुआ। खपत 15.83 मिलियन टन की थी, जबकि उत्पादन 16.73 मिलियन टन हुआ।

वेदांता की 40 फीसदी से ज्यादा की है हिस्सेदारी

यहां बताना होगा कि देश के एल्यूमीनियम उत्पादन में 40 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी वेदांता की है। वेदांता के बालको व झारसुगड़ा स्मेल्टर प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 23.20 लाख टन है। इसके बाद निजी क्षेत्र की दूसरी कंपनी हिंडाल्को का नंबर आता है। हिंडाल्को की वार्षिक एल्यूमीनियम उत्पादन क्षमता 13.46 लाख टन है। देश की एक मात्र पब्लिक सेक्टर की कंपनी नालको से 4.60 लाख टन उत्पादन क्षमता है।

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