डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन का अमेरिका के नए राष्ट्रपति चुने जाने के बाद भारतीय मूल की कमला हैरिस (Kamala Harris) का उपराष्ट्रपति बनना तय हो गया है। वे अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनने का इतिहास रच दिया। हैरिस पहली ऐसी महिला हैं जो अमेरिका के उप-राष्ट्रपति (vice president) पद पर आसीन होंगी। भारत के लिए भी गर्व की बात है कि भारतीय मूल की एक महिला अमेरिकी उप-राष्ट्रपति का पद संभालेंगी। यही नहीं, हैरिस देश की पहली भारतवंशी, अश्वेत महिला (Black woman) और अफ्रीकी अमेरिकी (African American) उपराष्ट्रपति होंगी। फीमेल ओबामा के नाम से लोकप्रिय हैरिस सीनेट की सदस्य भी पहली बार ही बनी थीं। जीत के बाद कमला हैरिस ने ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि जो बाइडन और मेरे लिए इस चुनाव के बहुत अधिक मायने हैं। यह अमेरिका की आत्मा और इसके लिए लड़ने की हमारी इच्छा के बारे में है। आगे बहुत काम हैं। आइए शुरू करें।

हैरिस बाइडेन की आलोचक थी

राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार रहे जो बाइडेन ने अगस्त में उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के रूप में हैरिस को चुना था। राष्ट्रपति पद के चुनाव में आने वाले खर्च की वजह से वो राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ीं। हैरिस किसी समय बाइडेन की घनघोर आलोचक रही हैं। 56 साल की हैरिस सीनेट के 3 एशियाई अमेरिकी सदस्यों में से एक हैं।  हैरिस ने कई मिसाल कायम किए हैं। वो सेन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी बनने वाली पहली महिला, पहली भारतवंशी और पहली अफ्रीकी अमेरिकी हैं। ओबामा के कार्यकाल में उन्हें फीमेल ओबामा नाम से जाना जाता था।

जन्म

हैरिस का जन्म 20 अक्टूबर 1964 को कैलिफोर्निया के ऑकलैंड में हुआ था। उनकी मां श्यामला गोपालन भारत के तमिलनाडु से यूसी बर्कले पहुंची थीं, जबकि उनके पिता डोनाल्ड जै हैरिस 1961 में ब्रिटिश जमैका से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन करना यूसी बर्कले आए थे। यहीं पर पढ़ाई के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। और फिर दोनों ने बाद में विवाह कर लिया। जब हैरिस 7 साल की थीं, तब उनके माता-पिता के बीच तलाक हो गया। कमला और उनकी छोटी बहन माया अपनी मां के साथ रहीं और उन दोनों के जीवन पर मां का बहुत प्रभाव रहा।

हैरिस के नाना पी.वी. गोपालन तमिलनाडु के थुलासेंद्रपुरम् गांव के निवासी

हैरिस के नाना पी.वी. गोपालन पूर्व राजनयिक व तमिलनाडु के थुलासेंद्रपुरम् गांव के निवासी थे। उनकी नानी राजम नजदीक के पेंगानाडु गांव से थी। हालांकि कमला के पूर्वजों ने कई दशक पहले गांव छोड़ दिया था, लेकिन परिवार के सदस्यों ने मंदिर के साथ अपने संबंध थुलासेंद्रपुरम् में बरकरार रखे हैं।

कमला ने अपनी एक आत्मकथा में लिखा है कि उनकी मां को पता था कि वह दो अश्वेत बेटियों का पालन पोषण कर रही हैं और उन्हें हमेशा अश्वेत के तौर पर ही देखा जाएगा, लेकिन उन्होंने अपनी बेटियों को ऐसे संस्कार दिए कि कैंसर रिसर्चर और मानवाधिकार कार्यकर्ता श्यामला और उनकी दोनों बेटियों को श्यामला एंड द गर्ल्स के नाम से जाना जाने लगा।

शिक्षा

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से स्टीडी के बाद हैरिस ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। 2003 में वो सेन फ्रांसिस्को की शीर्ष अभियोजक बनीं। 2010 में वह कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल बनने वाली पहली महिला और पहली अश्वेत व्यक्ति थीं। 2017 में हैरिस कैलिफोर्निया से जूनियर अमेरिकी सीनेटर चुनी गईं। कमला ने 2014 में जब अपने साथी वकील डगलस एम्पहॉफ से विवाह किया तो वह भारतीय, अफ्रीकी और अमेरिकी परंपरा के साथ साथ यहूदी परंपरा से भी जुड़ गईं।

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