भिलाई (IP News). सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ओर हैंडलिंग प्लांट (ओएचपी) ने 29 नवम्बर, 2020 को 629 वैगनों की अनलोडिंग कर 14 नवम्बर, 2020 को 586 वैगनों की अनलोडिंग के पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त करने में कामयाब हुआ है। यह दैनिक रिकॉर्ड ओएचपी में एक ही दिन में वैगनों के अनलोडिंग का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है। विदित हो कि ओएचपी-बी ने अक्टूबर, 2020 में 04.40 घंटे में बॉक्स वैगनों की अब तक की श्रेष्ठ न्यूनतम अनलोडिंग अवधि का रिकॉर्ड भी बनाया है। इन उपलब्धियों के लिए बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने ओएचपी बिरादरी को बधाई दी और भविष्य में भी बेहतर करने का विश्वास व्यक्त किया।

मुख्य महाप्रबंधक (ओएचपी) बी एल चांदवानी ने ओएचपी टीम को बधाई देते हुए कहा कि वैगनों की रिकॉर्ड अनलोडिंग का श्रेय हमारी ओएचपी टीम के बेहतर प्लानिंग और उत्कृष्ट रणनीति को जाता है। हमारी टीम ने इस कैलेंडर वर्ष में 5 बार वैगनों को अनलोड करने का रिकॉर्ड कायम किया है। ओएचपी की समर्पित टीम ने अपने सामूहिक प्रयासों से विभिन्न विभागों के लिए लगातार कच्चेमाल की समय पर आपूर्ति बनाई रखी है। इन उपलब्धियों के लिए मैं ओएचपी के प्रत्येक सदस्य को बधाई देता हूँ।

पिछले रिकॉर्ड को लगातार तोड़कर एक नया मापदंड स्थापित करके ओएचपी बिरादरी ने अधिकतम उपकरण उपलब्धता और समय पर निरीक्षण सुनिश्चित कर रहा है। ओएचपी द्वारा कर्मचारियों को सुदृढ़ता के साथ आईएमएस मानकों का पालन कराने, व्यवहार आधारित सुरक्षा द्वारा संवेदनशील बनाने और ओएचपी के लक्ष्यों और दृष्टिकोण के प्रति जागरूक कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा ओएचपी के कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों को शून्य डेमरेज बनाए रखने की आवश्यकता और भिलाई इस्पात संयंत्र में डेमरेज के प्रभाव के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है।

महाप्रबंधक (ओएचपी) एस के सिन्हा का मानना है कि ओएचपी, टी एंड डी और आरएमडी के बीच उचित तालमेल से बेहतर परिणाम आ रहे हैं। जहाँ महाप्रबंधक (ओएचपी) बी डी बाबू कहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति को समय पर वैगनों को अनलोड न करने के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया है। जिसके सुपरिणाम हमें दिखाई दे रहे हैं। वहीं महाप्रबंधक (ओएचपी) राजीव सेठी का मानना है कि ट्रैफिक और डीजल विभाग द्वारा वैगनों की समय पर प्लेसमेंट और रैक के बंचिंग से बचने से हमें यह रिकॉर्ड हासिल करने में मदद मिली है।

इस उपलब्धि पर अपने विचार साझा करते हुए उप महाप्रबंधक (ओएचपी) ए आर मंडल ने कहा कि एसएमएस-2 और एसएमएस-3 में स्टील स्क्रैप को बदलने के लिए आयरन ओर लम्प्स का उपयोग किया जा रहा है, जिससे काफी बचत होती है। उन्होंने कहा कि हाल ही में एसएमएस-1 के बल्क चार्ज यार्ड में आयरन ओर का स्टॉकहाउस भी बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि ओएचपी टीम अपने उपभोक्ता शॉप्स सिंटर प्लांट्स, ब्लास्ट फर्नेसेस, स्टील मेल्टिंग शॉप्स और रिफ्रेक्टरी मटेरियल प्लांट्स के लिए लगातार कच्चेमाल की आपूर्ति करने का प्रयास कर रही है।

विदित हो कि ओएचपी की टीम ने कई उल्लेखनीय कार्य भी किए हैं इसमें बैरल रिक्लेमर-1 की इनहाउस टायर रिपेयर, एक्सकेवेटर-5 की रिवैम्पिंग, बैरल रिक्लेमर-3 की रिवैम्पिंग तथा ट्रेवलिंग फीड बिन का रिपेयर शामिल है। इसके अलावा, डस्ट सप्रेशन सिस्टम को इनहाउस बनाया गया है। 440 वॉट से 220 वॉट के कंट्रोल सप्लाई के साथ इलेक्ट्रिकल सेक्शन ने ट्रैक हॉपर कंप्रेसर पैनल को संशोधित और स्थापित किया है। विभिन्न कन्वेयर में सायरन लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, ओएचपी में बेल्ट सेफ्टी स्चिच (बीएसएस) और जीरो स्पीड सेंसर (जेडएसएस) भी लगाए गए हैं।

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