आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एण्ड केमिकल्स लिमिटेड -आर.एफ.सी.एल. में संशोधन के साथ नई निवेश नीति (एनआईपी)-2012 के विस्तार को मंजूरी दी है। आर.एफ.सी.एल. एक संयुक्त उद्यम कंपनी है जिसमें नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड और फर्टिलाइजर्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड शामिल है।

इन कंपनियों को आर.एफ.सी.एल. में 17 फरवरी, 2015 को शामिल किया गया था। आर.एफ.सी.एल., रामागुंडम इकाई के तहत आने वाले एफ.सी.आई.एल. को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए एक नया गैस आधारित ग्रीन फील्‍ड नीम लेपित यूरिया संयंत्र लगाया गया है, जिसकी क्षमता 12 दशमलव सात लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष की है। आर.एफ.सी.एल. यूरिया परियोजना की लागत 6,165 करोड़ रुपये से अधिक है।

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अत्याधुनिक गैस आधारित आर.एफ.सी.एल. संयंत्र यूरिया क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए एफ.सी.आई.एल. की बंद यूरिया इकाइयों को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार द्वारा की गई पहल का हिस्सा है। रामागुंडम संयंत्र के शुरु होने से देश में स्वदेशी यूरिया उत्पादन में प्रति वर्ष 12 दशमलव 7 लाख मीट्रिक टन की वृद्धि होगी। यह यूरिया उत्पादन में भारत को ‘आत्‍मनिर्भर’ बनाने के सपने को साकार करने में मददगार साबित होगा।

यह दक्षिण भारत की सबसे बड़ी उर्वरक निर्माण इकाइयों में से एक होगी। इस परियोजना से न केवल किसानों को आसानी से उर्वरक मिल सकेगा, बल्कि इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।

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