नई दिल्ली, 28 जून। कोयला कामगारों के 11वें वेतन समझौते के लिए गठित जेबीसीसीआई की एक जुलाई को होने वाली 5वीं बैठक के पहले बीएमएस ने सीआईएल प्रबंधन को चेतावनी दी है।

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भारतीय मजदूर संघ के कोल प्रभारी एवं जेबीसीसीआई सदस्य के. लक्ष्मा रेड्डी ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन 11वें वेतन समझौते को लेकर अड़ियल और टालमटोल वाला रवैया अपना रहा है, इसकी निंदा की जाती है।

10वें वेतन समझौते को खत्म हुए एक साल हो गए हैं, लेकिन 11वें वेतन समझौते की बातचीत अभी भी शुरुआती चरण में है। श्री रेड्डी ने कहा कि कोयला उत्पादन में सहयोग करने वाले श्रमिकों में वेतन समझौते में हो रही देरी को लेकर असंतोष पनप रहा है, उनके भीतर अशांति का वातावरण बन रहा है।

बीएमएस नेता ने सीआईएल प्रबंधन को चेतावनी दी है कि वेतन समझौता शीघ्र नहीं हुआ तो अन्य यूनियन के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा। श्री रेड्डी ने दूसरे श्रमिक संगठनों से लंबे आंदोलन के लिए तैयार रहने भी कहा है।

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कोल प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी का यह बयान अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुधीर घुरडे द्वारा जारी किया गया।

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