धनबाद, 18 जून। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) के एक लिपिक समेत 3 कर्मचारी और कोल माइंस प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (CMPFO) के एक डीलिंग क्लर्क को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई धनबाद जिले के बस्ताकोला कोलियरी क्षेत्र में की गई है।
सूत्रों के अनुसार, एक सेवानिवृत्त कर्मचारी, जो अपनी सेवानिवृत्ति निधि की निकासी के लिए लंबे समय से बीसीसीएल कार्यालय के चक्कर काट रहा था, उससे बीसीसीएल के लिपिक धीरज निषाद द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। परेशान होकर पीड़ित ने सीबीआई से शिकायत दर्ज कराई।
सीबीआई ने शिकायत की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की। प्रारंभिक जांच में मामला सत्य पाए जाने के बाद एक सूक्ष्म रणनीति के तहत जाल बिछाया गया।
सूत्रों की मानें तो धनसार स्थित एक होटल से 4 लोगों की गिरफ्तार की गई है, जिसमें दो आरोपी थे, उनके साथ काम करने वाले अन्य कर्मचारी मौके पर मौजूद थे, जिन्हें गिरफ्तार कर पूछ ताछ की जा रही है।
इस अभियान के तहत बस्ताकोला कोलियरी कार्यालय में छापेमारी की गई, जहां क्लर्क धीरज निषाद और सीएमपीएफओ के डीलिंग क्लर्क विष्णु प्रसाद गुप्ता को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीबीआई के अधीक्षक पी के झा ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई की सख्त नीति और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की गहन जांच जारी है और अन्य संभावित दोषियों की भी पहचान की जा रही है।
साभार : city live