केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के अवसर पर अपने सरकारी आवास 6, अशोक रोड पर पौधारोपण किया। इस अवसर पर उनके साथ तेलंगाना के विभिन्न सरकारी विद्यालयों के छात्र भी उपस्थित थे, जिन्होंने राज्य सरकार द्वारा आयोजित 10वीं कक्षा की सार्वजनिक परीक्षाओं में शीर्ष स्थान प्राप्त किए।
जी किशन रेड्डी ने इन विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत की सराहना की और उन्हें नए युग के पर्यावरण योद्धाओं के रूप में पर्यावरण संरक्षण का ध्वजवाहक बनने का आह्वान किया। मंत्री ने पर्यावरण को हरा-भरा और बेहतर बनाने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वालों के प्रयासों की भी सराहना की।
इस वर्ष का विश्व पर्यावरण दिवस प्लास्टिक प्रदूषण के प्रभावों पर बढ़ते वैज्ञानिक प्रमाणों को उजागर करना और स्वच्छ तथा अधिक स्थायी भविष्य के निर्माण के लिए प्लास्टिक के उपयोग को अस्वीकार करने, कम करने, पुनः उपयोग करने, पुनर्चक्रण करने और उसपर पुनर्विचार करने की रफ्तार को तेज करना है। श्री रेड्डी ने कोयला और खान मंत्रालयों से प्लास्टिक के उपयोग को कम करने हेतु समन्वित प्रयास करने का भी आग्रह किया।
जी किशन रेड्डी ने एक लिंक्ड-इन पोस्ट के जरिए पर्यावरण संरक्षण में भारत के नेतृत्व वाले दशक में कोयला और खान मंत्रालय द्वारा किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। कुछ पहलों में शामिल हैं:
- भूमि पुनरुद्धार: कोयला मंत्रालय द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 में 2,459 हेक्टेयर से अधिक खनन भूमि को इको-पार्क और जंगलों में बदला गया- 54 लाख से अधिक पौधे लगाए गए।
- सौर ऊर्जा को बढ़ावा: कोयला मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2025-26 तक 3 गीगावाट सौर क्षमता और 2030 तक 9 गीगावाट सौर क्षमता का लक्ष्य रखा है, जो मुख्य रूप से आंतरिक खपत के लिए है।
- ऊर्जा परिवर्तन: कोयला उत्पादन 1 बिलियन टन को पार कर जाने के बावजूद भारत का ऊर्जा मिश्रण नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर देना जारी रखे हुआ है।
- ऊर्जा सुरक्षा: राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन के तहत भारत 16,300 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ हरित प्रौद्योगिकियों के लिए महत्वपूर्ण खनिज हेतु एक प्रतिस्कंदी मूल्य श्रृंखला का निर्माण करेगा।