नई दिल्ली, 29 जून। 10 केन्द्रीय श्रमिक संगठनों (Central Trade Union) द्वारा 9 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी आम हड़ताल को लेकर भारतीय मजदूर संघ (BMS) के संगठन सचिव ने बड़ी बात कही है।
9 जुलाई को देशव्यापी आम हड़ताल चार श्रम संहिताओं के निरस्त करने सहित 17 सूत्रीय मांगों को लेकर की जा रही है। पहले यह हड़ताल 20 मई को होनी थी। The Hindu से बातचीत में भारतीय मजदूर संघ के संगठन सचिव बी. सुरेन्द्रन (B. Surendran) ने कहा कि बीएमएस न तो इसका समर्थन करता है और न ही इसका विरोध करता है।
उन्होंने कहा, “हम हड़ताल में भाग नहीं ले रहे हैं क्योंकि 10 यूनियनों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर हमारी अपनी धारणा है। हम उनका विरोध नहीं करेंगे। हमारे कर्मचारी हमेशा की तरह काम पर जाएंगे, लेकिन हम हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ नहीं जाएंगे। मुद्दे समान हैं।“ श्रम संहिताओं के बारे में उन्होंने कहा कि बीएमएस ने औद्योगिक संबंध संहिता और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य स्थितियों संहिता पर केंद्रीय श्रम मंत्रालय को आपत्तियां प्रस्तुत की हैं।
उन्होंने केंद्र से ट्रेड यूनियनों के साथ और अधिक त्रिपक्षीय परामर्श करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, “कार्यात्मक स्वतंत्रता आवश्यक है। हम श्रमिकों को संगठित करने का अपना तरीका खोज लेंगे। पानी जानता है कि कैसे बहना है। हम जानते हैं कि श्रमिकों को कैसे एकजुट करना है।“