सिंगरौली। एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा ने बिरकुनियां स्थित एनसीएल-आईआईटी (बीएचयू) इनक्यूबेशन सेंटर (एनआईआईसी) के सेटेलाइट केंद्र का दौरा किया।

एनसीएल सीएसआर के तहत सिंगरौली परिक्षेत्र के आदिवासी व किसानों के उत्थान के प्रयासों को मजबूती देने हेतु डॉ सिन्हा ने, एनआईआईसी की युवा टीम को आवश्यक सुझाव दिए। साथ ही एनसीएल परिक्षेत्र में आत्मनिर्भर ग्रामीण अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एनआईआईसी टीम द्वारा किए जा रहे प्रयासों का जायज़ा लिया।

डॉ सिन्हा ने एनसीएल की मदद से, महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) द्वारा संचालित, सेमुआर स्थित खादी और हथकरघा केंद्र की सदस्याओं के साथ संवाद किया और उन्हें इस पहल को एक नए स्तर पर ले जाने के लिए प्रोत्साहित किया।

डॉ सिन्हा ने एनआईआईसी की युवा टीम को स्थानीय आदिवासी और किसान समुदाय के समूहों को प्रशिक्षित कर स्थायी कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने, खाद्य प्रसंस्करण और पैकेजिंग में प्रशिक्षण देने, ग्राम पर्यटन, लघु वन उपज के तहत आधारित रोजगार के नए अवसर पैदा करने, जल संरक्षण व अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने तथा स्वास्थ्य , शिक्षा व रोजगार के अवसरों को क्षेत्र के अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाने हेतु प्रेरित किया।

गौरतलब है कि एनसीएल ने सीएसआर के तहत निकटवर्ती ग्राम बिरकुनियां में एनसीएल- आईआईटी बीएचयू इंक्यूबेशन सेंटर के तकनीकी सहयोग से एक सेटेलाइट सेंटर विकसित किया है।

यहां पर कृषि विशेषज्ञ गांव के किसानों, महिलाओं और बच्चों को जैविक और अत्याधुनिक खेती, कृषि उत्पादों की पैकेजिंग, मार्केटिंग, खाद्य प्रसंस्करण इत्यादि का निःशुल्क प्रशिक्षित दे रहे हैं। इस सेंटर का मुख्य हॉल वीडियो कान्फ्रेंसिंग की सुविधा से युक्त है जहां से स्थानीय किसान देश के प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालय अथवा उच्च तकनीकी संस्थान से जुड़कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।

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