नई दिल्ली, 15 जुलाई।  पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार प्राकृतिक गैस आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आज 166 संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) स्टेशन लोगों की सेवा में समर्पित किए। इन सीएनजी स्टेशनों को गेल (इंडिया) लिमिटेड और इसके समूह की नौ सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) कंपनियों ने देश के 14 राज्यों में 41 भौगोलिक क्षेत्रों (जीए) में स्थापित किए हैं।

इन सीएनजी स्टेशनों को आज यहां एक समारोह में श्री पुरी ने वीडियो लिंक के माध्यम से समर्पित किया। इस समारोह में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव श्री पंकज जैन और मंत्रालय तथा तेल एवं गैस कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थिति थे।

हरदीप सिंह पुरी ने सीएनजी स्टेशन नेटवर्क के विस्तार के लिए गेल और इसके सभी भागीदार सीजीडी संस्थाओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि 400 करोड़ रुपये की लागत से चालू किए गए ये सीएनजी स्टेशन देश में गैस आधारित बुनियादी ढांचे और स्वच्छ ईंधन की उपलब्धता को और दुरूस्त करेंगे। उन्होंने बताया कि 2014 की तुलना में जब देश में लगभग 900 सीएनजी स्टेशन थे, वर्तमान में सीएनजी स्टेशनों की संख्या 4500 को पार कर गई है और अगले दो वर्षों में इसकी संख्या 8000 तक बढ़ा दी जाएगी।

पीएनजी कनेक्शन की संख्या भी वर्ष 2014 में लगभग 24 लाख की तुलना में अब 95 लाख को पार कर गई है। श्री पुरी ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह बड़े पैमाने पर सीएनजी केंद्रों की स्थापना होने से सीएनजी वाहन के बाजार को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है। इसका निर्माण, कौशल विकास और रोजगार सृजन के मामले में व्यापक प्रभाव पड़ेगा। इन सीएनजी स्टेशनों से करीब एक हजार लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा।

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने भी टीम को बधाई दी और कहा कि सरकार देश भर में पर्यावरण के अनुकूल ईंधन के अधिक से अधिक उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपाय कर रही है।

हरदीप सिंह पुरी ने सीएनजी और एलएनजी आधारित स्वच्छ गतिशीलता प्रौद्योगिकी वाहनों के प्रचार पर एक प्रदर्शनी का भी दौरा किया जिसका आयोजन सियाम (एसआईएएम) ने किया था। प्रदर्शनी में बातचीत के दौरान, श्री पुरी ने ऑटोमोटिव क्षेत्र में स्वच्छ ईंधन और प्रौद्योगिकी को अपनाकर वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सीएनजी और एलएनजी वाहनों के उपयोग को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया और ऑटोमोटिव कंपनियों से अखिल भारतीय आधार पर सीएनजी/एलएनजी वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड की 11वीं और 11वीं ए सीजीडी बोली दौर के तहत प्रदान किए गए भौगोलिक क्षेत्रों (जीए) में चल रहे सीजीडी विकास के पूरा होने के बाद भारत की 98% आबादी और इसके 88% भौगोलिक क्षेत्रों की प्राकृतिक गैस तक पहुंच होगी।

आज का लोकार्पण समारोह देश में परिवहन क्षेत्र, घरों और उद्योगों के लिए पर्यावरण के अनुकूल और सुविधाजनक ईंधन प्राकृतिक गैस की उपलब्धता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अधिकांश पारंपरिक ईंधनों की तुलना में प्राकृतिक गैस सुरक्षित और किफायती भी है।

प्रधानमंत्री ने प्राथमिक ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 15% तक बढ़ाने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है ताकि गैस आधारित अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ा जा सके। गैस आधारित अर्थव्यवस्था के विकास से 2070 तक भारत के शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।

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