नई दिल्ली, 14 जुलाई, 2023: HSBC ने भारत में हाइ नेट वर्थ (HNW) और अल्ट्रा हाइ नेट वर्थ (UHNW) पेशेवरों, उद्यमियों एवं उनके परिवारों के लिए अपना ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग (GPB) लॉन्च किया है। यह नया कारोबार उन ग्राहकों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है जिनके पास US$2 मिलियन से अधिक की निवेश योग्य परिसंपत्तियां हैं। यह लॉन्च एशिया में वर्ल्ड क्लास वेल्थ सॉल्यूशंस, वैश्विक निजी बैंकिंग विशेषज्ञताओं,व्यापक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क, कमर्शियल बैंकिंग, ग्लोबल बैंकिंग तथा मार्केट क्षमताओं समेत वेल्थ मैनेजमेंट के प्रति बैंक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भारत ने 2022 में ब्रिटेन को पीछे छोड़कर विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का गौरव हासिल किया और 2027-281 तकयह जापान तथा जर्मनी को भी पीछे छोड़ देगा । अप्रैल 20232 में चीन को पछाड़कर भारत दुनिया की सर्वाधिक आबादी वाला देश बन चुका है। इसी तरह, देश में UHNW व्यक्तियों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है, यानि ऐसे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिनके पास निवेश के लिए US$30 मिलियन से अधिक हैं और इस आंकड़े में 20273 तक 58% वृद्धि होने की संभावना है। भारत में, वेल्थ के क्षेत्र में अवसर वर्तमान में US$2.8 ट्रिलियन है और इसमें 20264 तक 8% प्रति वर्ष से बढ़त की संभावना है।
सुरेंद्र रोशा, को-चीफ एग्ज़ीक्युटिव, एचएसबीसी एशिया-पैसिफिक ने कहा, ”भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ रही है और यह दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से है जिसे इसकी विशाल आबादी, देश में डिजिटाइज़ेशन और अनुकूल नीतिगत व्यवस्थाओं का लाभ मिल रहा है। आज हमारे नए ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग बिज़नेस का लॉन्च एचएसबीसी की शानदार रिटेल एवं कार्पोरेट सेवाओं के साथ-साथ बैंक की पेशकश में विस्तार करेगा। हम भारत में न सिर्फ अपनी मौजूदगी को मजबूत बना रहे हैं बल्कि अपनी क्षमताओं में भी विविधता ला रहे हैं।”
अनाबेल स्प्रिंग, चीफ एग्ज़ीक्युटिव, एचएसबीसी ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग एंड वेल्थ ने कहा, ”उद्यमिता और इनोवेशन के चलते देश में आर्थिक विकास और वेल्थ क्रिएशन को बढ़ावा मिला है। इसके मद्देनज़र, एचएसबीसी के लिए यह जरूरी है कि भारत में उपस्थिति को मजबूती देने के साथ-साथ एशियाई, अंतर्राष्ट्रीयतथा एचएसबीसी से जुड़े क्लाइंट्स के अग्रणी ग्लोबल प्राइवेट बैंक के तौर पर खुद को स्थापित करे। हम अपने क्लाइंट्स को उनकी परिसंपत्तियों की सुरक्षा तथा उसे बढ़ाने में मदद देते हुए उनके परिवारों, व्यवसायों तथा उत्तराधिकारियों की महत्वाकांक्षाओं को समर्थन देने के लिए उनके साथ भागीदारी को लेकर उत्साहित हैं।”
एचएसबीसी ग्रुप भारत में अपनी उपस्थिति को मजबूती देने की दिशा में लगातार प्रयासरत है और इस सिलसिले में 2022 में इसने एल एंड टी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट का अधिग्रहण किया था, जो कि अब एचएसबीसी म्युचुअल फंड कहलाता है। साथ ही, इसने अपनी डिजिटल, पेमेंट, लैन्डिंग एवं इंटरनेशनल बैंकिंग सेवाओं में भी विस्तार किया है तथा अपने ज्वाइंट वैंचर केनरा एचएसबीसी लाइफ के जरिए यह लाइफ इंश्योरेंस सेवाएं भी उपलब्ध कराता है। एचएसबीसी ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग भारत में ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार व्यापक एवं विशिष्ट सेवाएं प्रदान करेगा, जिनमें शामिल हैं:
- ऐसे सॉल्यूशंस जो हमारे ग्राहकों की जरूरतों को पूरा कर सकें, इनमें उत्कृष्ट लैंडिंग एवं इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स तथा प्रस्ताव जैसे कि म्युचुअल फंड्स, बॉन्ड्स, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाएं, इंश्योरेंस और स्ट्रक्चर्ड प्रोडक्ट्स तकपहुंच, वैकल्पिक निवेश एवं प्रत्यक्ष इक्विटी एग्ज़ीक्युशन प्लेटफार्म शामिल है। हम अपने ग्राहकों को जीपीबी इन्वेस्टमेंट इन्साइट्स तक एक्सक्लुसिव पहुंच प्रदान कर उन्हें फैसले लेने की प्रक्रिया में भी मदद करते हैं।
- समर्पित रिलेशनशिप मैनेजरों, इन्वेस्टमेंट काउंसलर्स और प्रोडक्ट स्पेश्यलिस्ट की टीम जो व्यक्तिगत ग्राहकों तथा फैमिली ऑफिसों के लिए वेल्थ प्लानिंग में मददगार हों।
- ट्रांज़ैक्शनल बैंकिंग सेवाएं (ऑनलाइन तथा मोबाइल) जिनमें ग्लोबल ट्रांसफर, पेमेंट्स और इंटरनेशल सेवाएं जैसे कि ओवरसीज़ अकाउंट खोलने और शिक्षा आदि में सहयोग शामिल है।
- एचएसबीसी ग्रुप (कमर्शियल बैंकिंग, ग्लोबल बैंकिंग एवं मार्केट्स, तथा सिंगापुर, हांग कांग, ब्रिटेन और अमेरिका एवं दुबई समेत ग्लोबल वेल्थ हब्स) तथा दुनियाभर में एचएसबीसी प्रीमियर सैंटर्स तक इंटरनेशनल बैंकिंग, प्राइवेट इन्वेस्टमेंट और फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस तक एक्सेस।
इस लॉन्च से पहले, एचएसबीसी ग्रुप ने 2021 में थाईलैंड में ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग और 2022 में मेक्सिको, यूएई और चीन में चेंग्दू, हांग्झाऊ और शेन्झेन में भी ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग सेवाएं शुरू की थीं।