आठ वर्ष से अधिक अंतराल के बाद भारत और यूरोपीय संघ, भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते पर फिर से वार्ता शुरु करने जा रहे हैं।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और यूरोपीय आयोग के कार्यकारी उपाध्‍यक्ष वाल्डिस डोम्ब्रोव्स्की ने ब्रसल्स में एक संयुक्त कार्यक्रम में निवेश सुरक्षा समझौते और भौगोलिक संकेतक- जीआई समझौते के लिए बातचीत शुरु करने की भी घोषणा की।

यूरोपीय आयोग के साथ मुक्‍त व्‍यापार समझौता भारत के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यूरोपीय आयोग, भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। वर्ष 2021-22 में भारत और ईयू के बीच वस्तु व्यापार में 43 दशमलव पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई जो एक सौ 16 अरब छत्‍तीस करोड अमरीकी डॉलर पर जा पहुंचा।

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष सुश्री उर्सुला वॉन डर लेयन की इस वर्ष अप्रैल में दिल्ली की यात्रा और हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूरोप यात्रा के बाद मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा ने गति पकड़ ली और इसे वास्तविक रुप देने पर बातचीत की रूप रेखा स्‍पष्‍ट करने में मदद मिली।

द्विपक्षीय व्यापार में बाधा डालने वाले बाजार – पहुंच सम्‍बंधी मुद्दों के समाधान पर भी बातचीत होगी। तीनों समझौतों पर बातचीत का पहला चरण नई दिल्ली में 27 जून से पहली जुलाई के बीच आयोजित किया जायेगा।

भारत इस वर्ष अभी तक ऑस्ट्रेलिया और यूएई के साथ रिकॉर्ड समय में मुक्त व्यापार समझौतों को पूरा कर चुका है। कनाडा और ब्रिटेन के साथ भी मुक्‍त व्‍यापार समझौते पर बातचीत चल रही है।

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