मानवीय राहत मामलों में संयोजन के लिए यूएन अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने इसराइल और क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े का दौरा किया, और मंगलवार को पूर्वी येरूशलम से ग़ाज़ा में परिवारों से फ़ोन पर बातचीत की है.

उन्होंने क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इसराइल पर किए गए आतंकी हमलों के बाद, इसराइली कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों ने जो कुछ सहन किया है, वह तबाह कर देने वाला है.

मार्टिन ग्रिफिथ्स ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म, x, पर लिखा कि “जब एक आठ वर्षीय बच्चा आपको कहें कि वह मरना नहीं चाहती है, तो आप बेबस महसूस किए बिना नहीं रह सकते.”

इससे पहले, यूएन अवर महासचिव ने सोमवार को गाजा में 7 अक्टूबर से बंधक बनाकर रखे गए लोगों के परिजनों से मुलाक़ात की बताया गया है कि लगभग 230 बंधकों में से 30 बच्चे हैं.

आपात राहत मामलों के प्रमुख ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से ये परिवार गम्भीर पीड़ा में रह रहे हैं, और उन्हें यह नहीं पता कि उनके प्रियजन जीवित हैं भी या नहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने बारम्बार इन सभी बंधकों की तत्काल, बिना किसी शर्त के रिहाई जाने की पुकार लगाई है.

मलबे में दबे बच्चे

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) के प्रवक्ता जेम्स ऐल्डर ने मंगलवार को जिनीवा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया कि ग़ाज़ा में अब तक तीन हज़ार 450 बच्चे मारे जा चुके हैं.

यूएन मानवीय राहत एजेंसी के अनुसार एक हज़ार से अधिक बच्चे लापता हैं, जो मलबे में दबे हो सकते हैं, और बचाए जाने का इन्तज़ार कर रहे हों.

OCHA प्रवक्ता येन्स लार्क के अनुसार, यह सोचना असहनीय है कि मलबे में दबे हुए बच्चों को वहाँ से बाहर निकाल पाने की सम्भावना बहुत कम है।

कई दशकों का सदमा

यूनीसेफ़ प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने आगाह किया कि, “खतरा, बम और गोलीबारी से परे तक जाता है.”

क्षेत्र में जल के अभाव से शिशुओं की मौत होने का खतरा बढ़ रहा है. क्षतिग्रस्त होने या ईंधन की कमी से जल शोधन संयंत्रों के ठप होने के कारण, ग़ाज़ा में केवल पाँच प्रतिशत जल उत्पादन ही हो पा रहा है.

उन्होंने कहा, लड़ाई खत्म हो जाने के बाद भी जीवित बचे लोगों, बच्चों को इस भयानक सदमे की आने वाले कई दशकों तक भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी

जेम्स एल्डर ने ग़ाज़ा में यूनीसेफ के उस कर्मचारी की चार वर्षीय बेटी का उदाहरण दिया, जिसने दैनिक तनाव और भय के कारण खुद को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया हे.

बच्ची की माँ ने सहकर्मियों को बताया, “में फ़िलहाल अपने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में नहीं सोच सकती मुझे बस किसी तरह उन्हें जीवित रखना है।

मानवतावादी युद्धविराम आवश्यक

जेम्स एल्डर ने गाजा में इस दुःस्वप्र से गुजर रहे 11 लाख बच्चों की ओर से तत्काल मानवतावादी युद्धविराम लागू किए जाने और मानवीय सहायता के बिना किसी के प्रवेश के लिए सभी पहुँच मार्गों को को खोलने की अपील दोहराई है.

उन्होंने कहा अगर 72 घंटों के लिए भी युद्धविराम हो जाए, तो कम से कम इस दौरान एक हजार बच्चे सुरक्षित रह सकेंगे

सोमवार को सहायता सामग्री से लदे 26 टुकों के काफिले ने मिस्र के साथ लगी सीमा पर रफ़ाह चौकी के ज़रिये गाजा में प्रवेश किया.

21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक की अवधि में अब तक 143 टुक गाजा पहुँच चुके हैं यूएन एजेंसी प्रवक्ता येन्स लार्क ने उम्मीद जताई है कि मंगलवार को और संख्या में ट्रकों का आने की अनुमति दी जाएगी

यूएन ने जोर देकर कहा है कि गाजा में जरूरी आपूर्ति का पहुंचना स्वागतयोग्य है, मगर विशाल आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यह पर्याप्त नहीं है और गम्भीर मानवीय संकट की रोकथाम के लिए ज्यादा मात्रा में मदद पहुंचाई जानी होगी.

साभार: संयुक्त राष्ट्र समाचार

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