कोलकाता, 05 जून। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) प्रबंधन ने वित्तीय वर्ष 2023- 24 के लिए परफॉर्मेंस रिलेटेड पे (PRP) के भुगतान को लेकर निर्देश जारी किया है।

जारी निर्देश के अनुसार किटी फैक्टर के आधार पर सीआईएल एवं उसकी सहायक कंपनियों द्वारा पात्र अधिकारियों को पीआरपी का संवितरण किया जाएगा।

यहां बताना होगा कि बीते माह कोल इंडिया की कंपनियों के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 का एमओयू स्कोर (MoU Score) व रेटिंग (Rating) जारी की गई है। इसके अनुसार कोल इंडिया की आठ अनुषंगी कंपनियों में सात का प्रदर्शन एक्सीलेंट यानी उत्कृष्ट है। सर्वाधिक स्कोर के साथ बीसीसीएल, सीएमपीडीआइ व एनसीएल टॉप पर हैं। तीनों कंपनियों को क्रमशः 94.83, 98 व 93.04 स्कोर के साथ एक्सीलेंट रेटिंग मिली है। एमओयू स्कोर व रेटिंग में इस बार ईसीएल पिछड़ गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में ईसीएल 57.53 स्कोर के साथ गुड (अच्छा) रेटिंग मिली है।

एमओयू स्कोर व रेटिंग की रिपोर्ट के आधार पर ही कोयला अधिकारियों के परफारमेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) का भुगतान होगा। कम रेटिंग से अधिकारियों की पीआरपी राशि भी घट जाती है। एक्सीलेंट रेटिंग वाली अनुषांगिक कंपनियों के अधिकारियों को अधिक पीआरपी मिलने की उम्मीद है।

वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाले लोक उद्यम विभाग (डीपीइ) ने केंद्रीय सरकारी लोक उद्यमों (सीपीएसइ) का मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) स्कोर व रेटिंग रिपोर्ट 2023- 24 जारी किया था। इनमें 84 सीपीएसइ के प्रदर्शन मूल्यांकन शामिल है। इसके अनुसार कोयला मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले कोल इंडिया का एमओयू स्कोर 93.5 है, जबकि रेटिंग एक्सीलेंट (उत्कृष्ट) मिली है।

स्कोर व रेटिंग से कंपनी के प्रदर्शन की गुणवत्ता का पता चलता है। वित्त वर्ष 2022-23 में कोल इंडिया को वेरी गुड (बहुत अच्छी) रेटिंग मिली थी। इस बार कंपनी का प्रदर्शन सुधरा है।

डीपीई केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) प्रणाली का उपयोग करता है। तय लक्ष्यों के विरुद्ध उनके प्रदर्शन के आधार पर सीपीएसई का मूल्यांकन किया जाता है और उन्हें स्कोरिंग प्रणाली के आधार पर रेटिंग दी जाती है।

एमओयू रेटिंग का उपयोग सीपीएसई में कर्मचारियों के लिए प्रदर्शन-संबंधी वेतन (पीआरपी) की पात्रता निर्धारित करने के लिए किया जाता है।

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