300 से ज्यादा कोयला कामगारों को नौकरी से निकालने की तैयारी, एचएमएस की चेतावनी- आरोप पत्र थमाया तो होगी हड़ताल

यहां बताना होगा कि डब्ल्यूसीएल में 2012 के बाद मेडिकल अनफिट के दायरे में आने वाले कामगारों के आश्रितों को नौकरी दी गई थी। कंपनी अब इसे गलत प्रक्रिया बता नौकरी वापस लेने की कार्यवाही कर रही है। इस संदर्भ में आश्रित कामगारों को नोटिस भी जारी किया गया है।

नागपुर, 11 मई। कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) प्रबंधन द्वारा तीन सौ से ज्यादा कामगारों के आश्रितों की नौकरी वापस लेने संबंधी की जा रही कार्यवाही का मामला तूल पकड़ रहा है। इस मामले को लेकर हिंद मजूदर सभा (HMS) यूनियन खुलकर सामने आ गया है।

यहां बताना होगा कि डब्ल्यूसीएल में 2012 के बाद मेडिकल अनफिट के दायरे में आने वाले कामगारों के आश्रितों को नौकरी दी गई थी। कंपनी अब इसे गलत प्रक्रिया बता नौकरी वापस लेने की कार्यवाही कर रही है। इस संदर्भ में आश्रित कामगारों को नोटिस भी जारी किया गया है।

इसे भी पढ़ें : रोजाना 354 रैक कोयला ढुलाई का लक्ष्य, लेकिन 302 रैक की निकल रहे, सीआईएल की ये कंपनियां पीछे

इस मामले को लेकर एचएमएस से सम्बद्ध कोयला श्रमिक सभा के केन्द्रीय कार्यकारिणी, नागपुर के अध्यक्ष शिवकुमार यादव ने डब्ल्यूसीएल के सीएमडी को पत्र लिखा है और इसमें तकनीकी रूप से प्रबंधन की कार्यवाही को गलत बताया गया है।

श्री यादव ने डब्ल्यूसीएल प्रबंधन की कार्यवाही को तुगलकी फरमान करार दिया है। एचएमएस नेता ने आश्रित कामगारों को नौकरी से निकाले जाने की कार्यवाही का रोकने की मांग रखी है। साथ ही किसी भी आश्रित कामगार को आरोप पत्र दिया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी गई है।

 

सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunchपर Follow करें …

  • Website Designing