भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज कहा कि इस वर्ष की बाकी अवधि में मुद्रास्फीति की स्थिति कोरोना संक्रमण और उस पर नियंत्रण करने के स्थानीय उपायों से निर्धारित होगी। आज सुबह विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वर्चुअल संबोधन में श्री दास ने कहा कि इस वर्ष अप्रैल के लिए उपभोक्ता कार्य विभाग के खाद्य पदार्थों की महंगाई के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि मोटे अनाज और प्रमुख सब्जियों की कीमतों में और गिरावट होगी लेकिन दालों और खाद्य तेलों की कीमतों पर अभी दबाव बना रहेगा।
श्री दास ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून के सामान्य रहने के मौसम विभाग के अनुमान से खाद्य वस्तुओं खासतौर से मोटे अनाज और दालों की कीमतों पर दबाव को नियंत्रित करने में मदद मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को अप्रैल की मौद्रिक नीति समिति के अनुमानों में कोई व्यापक अंतर होने की आशा नहीं है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त तरलता के कारण घरेलू वित्तीय स्थिति आसान बनी रही।
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