बिलासपुर, 06 अगस्त। “सुरक्षा हम सब की सामूहिक ज़िम्मेदारी है”, यह बात खान सुरक्षा महानिदेशक प्रभात कुमार द्वारा एसईसीएल द्वारा आयोजित खान सुरक्षा पखवाड़ा के समापन समारोह में कही गयी। वहीं एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा ने हाल ही में कंपनी में लागू किए गए मिशन सुदेश की चर्चा करते हुए कहा कि इससे एसईसीएल परिवार में सुरक्षा कि कार्यसंस्कृति को पोषित एवं पल्लवित करने में सहायता मिलेगी। मिशन सुदेश (SUDESHH) के अवयव हैं – सतत विकास (Sustainable Development), पर्यावरण (Environment), सुरक्षा (Safety), स्वास्थ्य (Health), एवं स्वच्छता (Hygiene).

बिलासपुर में 6 अगस्त को ’’वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा एवं अंतरक्षेत्रीय प्राथमिक उपचार प्रतियोगिता 2022’’ का समापन-सह-पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में खान सुरक्षा महानिदेशक प्रभात कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा ने की।

कार्यक्रम के आरंभ में प्रांगण पहुचने पर मुख्य अतिथि को सुरक्षा टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उपरांत कार्यक्रम स्थल प्रांगण पर मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन कर सुरक्षा ध्वज फहराया गया। उसके पश्चात मुख्य अतिथि एवं समस्त अतिथियों द्वारा एसईसीएल के विभिन्न सभी क्षेत्रों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया गया।

कार्यक्रम में एसईसीएल के सभी संचालन क्षेत्रों एवं एनटीपीसी द्वारा स्टॉल लगाए गए जिसमें सुरक्षा से जुड़े विभिन्न मॉडलों का प्रदर्शन किया गया। एसईसीएल दीपका क्षेत्र के स्टाल में लगाए गए कोल इंडिया के प्रोजेक्ट डिजिकोल सेफ्टी, विंड एनर्जी एवं गेवरा क्षेत्र के स्टाल में लगाए गए सेफ़्टी राडार मॉडल को मुख्य अतिथि द्वारा विशेष रूप से सराहा गया।
मंचस्थल पहुँचने पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया उपरांत कोल इंडिया कॉर्पोरेट गीत बजाया गया। इसके पश्चात सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा द्वारा सुरक्षा शपथ का पठन किया जिसे समस्त उपस्थितों ने दोहराया। पश्चात दिवंगत श्रमवीरों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। इसके पश्चात मंचस्थ अतिथियों का शाल-श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ से आत्मीय स्वागत किया गया। समारोह में डीएवी स्कूल के बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गयी।

सुरक्षा पखवाड़ा में बड़ी संख्या में रही खदानों व चिकित्सा केन्द्रों की सहभागिता

खान सुरक्षा पखवाड़ा के दौरान एसईसीएल एवं निजी क्षेत्रों की कुल 72 खदानों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया जिसमें 47 भूमिगत व 25 ओपनकास्ट खदानें शामिल रहीं। कार्यक्रम के अंत में विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि सहित समस्त मंचस्थ अतिथियों द्वारा पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।

पुरस्कारों में चिकित्सा श्रेणी में बुढ़ार सेंट्रल हॉस्पिटल, सोहागपुर क्षेत्र को प्रथम पुरस्कार वहीं रीज़नल हॉस्पिटल श्रेणी में बिश्रामपुर चिकित्सालय को तथा डिस्पेंसरी श्रेणी में मुख्यालय के इन्दिरा विहार स्वास्थ्य केंद्र को प्रथम पुरस्कार दिया गया। फर्स्ट-ऐड प्रतियोगिता में बेस्ट स्ट्रेचर ड्रिल ग्रुप एवं बी दोनों में टीम हसदेव को ओवरआल विनर का पुरस्कार दिया गया। वहीं फ़ीमेल ब्रिगेड श्रेणी में बिश्रामपुर उपविजेता व हसदेव क्षेत्र विजेता रहा। प्राइवेट कंपनियों की श्रेणी में हिंडाल्को गारे-पेलमा को ओवरआल विजेता घोषित किया गया। वहीं सेफ़्टी पुरस्कारों में ट्रेड टेस्ट, सेफ वर्कर, कांट्रैक्ट वर्कर, वीटीसी, इनोवेशन आदि क्षेत्रों में भी विभिन्न पुरस्कार वितरित किए गए।

माइन सेफ़्टी के लिए मेगा प्रोजेक्ट्स को पुरस्कार

वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा समारोह के दौरान ओपनकास्ट श्रेणी में एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट्स का दबदबा रहा। देश की सबसे बड़ी खदान गेवरा को इंजीनियरिंग (उत्खनन), सुरक्षित विस्फोटक सामग्री के उपयोग, सेफ़्टी मैनेजमेंट प्लान के लिये पुरस्कार दिए गए। वहीं कुसमुंडा इंजीनियरिंग को (ई एंड एम) एवं संविदा कामगारों के सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिए पुरस्कृत किया गया साथ ही दीपका को सर्वे तथा सुरक्षा के प्रति जागरूकता हेतु पुरस्कार दिए गए।

कोरबा क्षेत्र की मानिकपुर खुली खदान को लाइटिंग, सेफ़्टी मैनेजमेंट प्लान तथा संविदा कामगारों के सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिए पुरस्कृत किया गया। समग्र रूप से कुल 11 श्रेणियों में खदानों की क्षमतानुसार विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत कर पुरस्कार प्रदान किए गए।

सुरक्षा पखवाड़ा कार्यक्रम में प्राइवेट सहित अन्य सार्वजनिक उपक्रमों की भी सहभागिता रही तथा एनटीपीसी, हिंडाल्को, सारदा एनर्जी, आदि कंपनियों को भी पुरस्कार मिले।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं अन्य मंचस्थ अतिथियों द्वारा सुरक्षा पर एक ई-स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
एसईसीएल द्वारा खान सुरक्षा को लेकर निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी वर्ष एसईसीएल के चिरमिरी क्षेत्र में स्थित एनसीपीएच कोलियरी आर-6 खदान को “दीर्घतम दुर्घटना मुक्त अवधि” श्रेणी में उपविजेता घोषित किया गया है।

पर्यावरण हितैषी अत्याधुनिक खनन तकनीक की मदद से एसईसीएल द्वारा खान सुरक्षा को लेकर कई प्रयास किए गए हैं। सरफेस माइनर एवं वर्टिकल रिपर की मदद से बिना विस्फोट किए कोयला खनन एवं ओबी कटिंग संभव हुई है। वहीं उच्च क्षमता वाले मोबाइल वॉटर स्प्रिंक्लर्स की मदद से खनन क्षेत्र में उड़ने वाली धूल के प्रभाव को कम किया जाता है। भूमिगत खदानों में मैन राइडिंग सिस्टम की मदद से खनन और आवाजाही को आसान बनाने में मदद मिली है।

इसके साथ ही एसईसीएल की सभी खदानों में जोखिम मूल्यांकन आधारित सुरक्षा प्रबंधन योजना को लागू किया गया है। सुरक्षा से जुड़े दिशा-निर्देशों को हिन्दी एवं स्थानीय भाषा में समझाना, वर्कमेन इंस्पेक्टर द्वारा लगातार खान निरीक्षण, शिफ्ट की शुरुआत से पहले सुरक्षा शपथ, एसईसीएल की सभी खदानों का इंटर एरिया सेफ्टी ऑडिट आदि जैसे कदम भी उठाए गए हैं।

समारोह में एसईसीएल निदेशक मण्डल से निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एस.एन. कापरी, निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या, मुख्य सतर्कता अधिकारी जयंत कुमार खमारी, एसईसीएल संचालन समिति के नाथूलाल पाण्डेय (एचएमएस), हरिद्वार सिंह (एटक), मजरुल हक़ अंसारी (बीएमएस), गोपाल नारायण सिंह (एसकेएमसी), वीएम मनोहर (सीटू), एके पाण्डेय (सीएमओएआई), एस चिद्दरवार, खान सुरक्षा उपमहानिदेशक, वीर प्रताप खान सुरक्षा निदेशक खनन, अशोक कुमार खान सुरक्षा निदेशक खनन, एमके सिन्हा खान सुरक्षा निदेशक खनन, राजेश कुमार सिंह खान सुरक्षा निदेशक खनन, टी श्रीनिवास खान सुरक्षा निदेशक विद्युत, एस पुट्टाराजू खान सुरक्षा निदेशक विद्युत, आर के जैन खान सुरक्षा निदेशक यान्त्रिकी, आरके श्रीवास्तव खान सुरक्षा निदेशक यान्त्रिकी, डॉ कौशिक सरकार खान सुरक्षा निदेशक आईओएम (ओएच), प्रकाश कुमार खान सुरक्षा निदेशक यान्त्रिकी, एवं संदीप श्रीवास्तव खान सुरक्षा निदेशक विद्युत विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

समारोह में महाप्रबंधक चिरमिरी नवनीत श्रीवास्तव द्वारा स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया गया एवं महाप्रबंधक सुरक्षा एवं बचाव बीएन सिंह द्वारा सुरक्षा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।

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