बिलासपुर, 21 अप्रेल। कोयला खदान के दौरे के दौरान सुरक्षा नियमों यानी कोल माइन रेग्यूलेशन की अवहेलना का मामला फिर सामने आया है। 20 अप्रेल को छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती आर संगीता एसईसीएल (SECL) के मेगा प्रोजेक्ट कुसमुंडा खदान के दौरे पर पहुंची थी। उन्होंने विस्तार परियोजना का जायजा लिया, लेकिन खदान भ्रमण के दौरान इस आईएएस अफसर ने हेलमेट धारण नहीं किया था।

आर संगीता के खदान दौरे के वक्त एसईसीएल के निदेशक तकनीकी फ्रैंकलिन जयकुमार, महाप्रबंधक (योजना एवं परियोजना) राजशेखर, कुसमुंडा क्षेत्र के महाप्रबंधक राजीव सिंह, स्टाफ ऑफिसर प्रकाश राय एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। एसईसीएल के अधिकारियों ने हेलमेट धारण किया हुआ था, लेकिन छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल की अध्यक्ष बगैर हेलमेट खदान का जायजा लेती रहीं। तस्वीरों से यह स्पष्ट हो जाता है।

कोल माइन रेग्यूलेशन- 2017 (Coal Mines Regulation,2017) में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (Personal Protective Equipment) का उल्लेख है। इसके तहत खदान में कार्य अथवा भ्रमण के दौरान हेलमेट और सेफ्टी बूट धारण करना अनिवार्य है। ओपनकास्ट और अंडरग्राउंड माइंस, दोनों के लिए नियम बने हुए हैं। व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण धारण करवाने की जवाबदारी खान प्रबंधक और सुरक्षा अधिकारी की होती है।

सवाल यह उठता है कि खदान भ्रमण कराने के दौरान एसईसीएल प्रबंधन ने नियम के तहत छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल की अध्यक्ष को हेलमेट धारण क्यों नहीं करवाया। इसके पहले भी बगैर सुरक्षा उपकरण खदान भ्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। इस मामले में खान प्रबंधक और सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी।

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