नई दिल्ली। भारतीय मजदूर संघ (BMS) दिल्ली प्रदेश का दो दिवसीय 22वां त्रैवार्षिक अधिवेशन आयोजित हुआ। अधिवेशन में सोशल सिक्योरिटी ऑफ ऑल प्रस्ताव लाया गया। दिल्ली प्रदेश की नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।

मुख्य अतिथि ने विजय गोयल ने भारतीय मजदूर संघ की गौरव गाथा का स्मरण कराया। अधिवेशन के द्वितीय सत्र में भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री डॉ दीपेंद्र चाहर द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। वित्त सचिव उमेद सिंह नेगी ने तीन वर्ष का लेखा जोखा रखा।

तृतीय सत्र में चार प्रस्ताव लाए गए। इनमें दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली नगरपालिका परिषद सहित सभी संविदा कर्मचारियों को स्थाई किया जाए, डिजिटल प्लेटफार्म पर काम करने वाले सभी गिग वर्कर्स को श्रम कानूनों के अंर्तगत लाना तथा सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना, स्कीम वर्कर्स जैसे आंगनबाड़ी, आशा वर्कर्स, एनएचएम वर्कर्स, मिड डे मील आदि को स्थाई किया करना, सभी को समाजिक सुरक्षा मिले इसलिए सोशल सिक्योरिटी ऑफ ऑल का प्रस्ताव लाया गया।

चतुर्थ सत्र संगठनात्मक रहा, जिसमें क्षेत्रीय संगठन मंत्री ने संगठन गीत उसका महत्व, दिल्ली श्रमिक अनुसार भौगोलिक स्थिति, जिला अनुसार यूनियन पंजीकरण तथा जिला आधारित कार्य करने सहित महत्वपूर्ण विषय पर विस्तृत चर्चा की। पंचम सत्र में जिला अनुसार बैठक हुई तथा छठवां सत्र बौद्धिक रहा। इसमें प्रांत प्रचारक जतिन ने भारतीय मजदूर संघ के गैर राजनीतिक रहने के संकल्प पर प्रकाश डाला।

सातवां सत्र महिला सशक्तिकरण का रहा। इस सत्र की अध्यक्षता प्रांत उपाध्यक्ष पुष्पा रानी ने की। उद्बोधन त्रिपुरा प्रांत से आई केन्द्रीय कार्यसमिति सदस्य रूमा शाह का रहा। सत्र का संचालन प्रांत मंत्री इंदु जम्बाल ने किया।

नई कार्यकारिणी का गठन

आठवें सत्र में दिल्ली प्रदेश की नई कार्यकारिणी का चुनाव कराया गया। क्षेत्रीय संगठन मंत्री चुनाव अधिकारी बने और नई कार्यकारणी का ऐलान किया। अध्यक्ष इंदुमति जम्बाल, कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा, महामंत्री डॉ दीपेंद्र चाहर, वित्त सचिव का दायित्व उमेद सिंह नेगी जी को मिला।

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