मुंबई, 21 अगस्त। श्री गडकरी आज मुंबई में एसोसिएशन ऑफ कंसल्टिंग सिविल इंजीनियर्स द्वारा आयोजित, संबद्ध उद्योगों के सिविल इंजीनियरों और पेशेवरों के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए कचरे को कंचन में बदलने की आवश्‍यकता है। वे आज मुंबई में एसोसिएशन ऑफ कंसल्टिंग सिविल इंजीनियर्स द्वारा आयोजित, संबद्ध उद्योगों के सिविल इंजीनियरों और पेशेवरों के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

श्री गडकरी ने कहा कि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए आर्थिक रूप से व्यवहार्य और पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों का पता लगाने के लिए अनुसंधान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर गुणवत्ता बनाए रखते हुए लागत में कमी और निर्धारित समय अवधि से पहले परियोजना को पूरा करना कुछ चुनौतीपूर्ण कारक हैं जिन्हें संबोधित करने की आवश्यकता है।

श्री गडकरी ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को लागू करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी के बारे में पता लगाने पर जोर दिया। उन्‍होंने भविष्य के ईंधन जैसे हरित हाइड्रोजन मेथनॉल और बायो-एथेनॉल का उपयोग करते हुए, विभिन्न प्रयोगों का उदाहरण भी दिया। श्री गडकरी ने बताया कि उनके मंत्रालय में, कृषि क्षेत्र के ऊर्जा और बिजली क्षेत्र में विविधीकरण की परियोजना चल रही है।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने गुणात्मक और लागत प्रभावी परिणामों के लिए विशेषज्ञों से नवाचारों और अनुसंधान पर जोर देने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत में पानी, बिजली, परिवहन और संचार सहित विकास के चार स्तंभों में नवीन विचारों के साथ आने की बहुत बड़ी क्षमता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उपयुक्त दृष्टि और प्रौद्योगिकी के उपयोग से भारत को बुनियादी ढांचे के विकास में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

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